इंफोसिस के संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति के बचाब में आईं सुधा मूर्ति ने कहा, ‘उन्होंने हफ्ते में 80 से 90 घंटे काम किया है’

30 Oct, 2023
Deepa Rawat
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नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। इंफोसिस के संस्थापक एन. आर. नारायण मूर्ति की हालिया टिप्पणी को लेकर अब उनकी पत्‍नी सुधा मूर्ति ने कहा है कि उन्होंने सप्ताह में 80 से 90 घंटे काम किया है। एन. आर. नारायण मूर्ति ने कहा था कि भारतीय युवाओं को देश की समग्र उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए सप्ताह में 70 घंटे काम करना चाहिए।

न्‍यूूज 18 से बात करते हुए लेखिका और इंफोसिस फाउंडेशन की प्रमुख सुधा मूर्ति ने कहा कि “उन्होंने सप्ताह में 80 से 90 घंटे काम किया है, इसलिए, उन्हें नहीं पता कि इससे कम क्या है। वह वास्तविक कड़ी मेहनत में विश्वास करते हैं और उन्होंने ऐसा किया है। इसलिए उन्होंने वही बताया है जो उन्हें महसूस हुआ।”

उन्होंने यह भी कहा कि उनके पति जुनून और “वास्तविक कड़ी मेहनत” में विश्‍वास करते हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने उन्हें यह समझाने की कोशिश की थी कि इन दिनों कॉर्पोरेट सेटिंग में चीजें कैसे काम करती हैं, मूर्ति ने जवाब दिया, “लोगों के अभिव्यक्ति के अलग-अलग तरीके होते हैं। लेकिन वह ऐसे ही रहते थे, इसलिए उन्होंने अपना अनुभव साझा किया है।”

जबकि कुछ लोग मूर्ति के विचार का समर्थन करते हुए तर्क देते हैं कि भारत को अन्य देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपनी कार्य संस्कृति में सुधार करने की जरूरत है, वहीं अन्य लोगों ने इसकी आलोचना की है।

शादी डॉट कॉम के संस्थापक अनुपम मित्तल ने एक्स पर अपने नवीनतम पोस्ट में शार्क टैंक इंडिया के अपने साथी जजों के साथ एक सेल्फी साझा की है, जिसमें कहा गया है कि “इतने वर्षों के बाद, अभी भी 70 घंटे काम कर रहे हैं।

इन्फोसिस के संस्थापक के कहने का विस्तृत विवरण देते हुए टेक महिंद्रा के सीईओ सीपी गुरनानी ने कहा, ”मेरा मानना है कि जब वह काम की बात करते हैं तो यह कंपनी तक सीमित नहीं होती, यह आप तक और आपके देश तक फैली होती है। उन्होंने यह नहीं कहा है कि कंपनी के लिए 70 घंटे काम करें, कंपनी के लिए 40 घंटे काम करें बल्कि अपने लिए 30 घंटे काम करें।”

उन्होंने कहा, ”10,000 घंटे निवेश करें जो किसी को अपने विषय में मास्टर बनाता है, आधी रात को मेहनत करें और अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ बनें।”

हालांकि, आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने मूर्ति के विचार से असहमति जताई है।

एक्स पर एक पोस्ट में गोयनका ने लिखा, “हाइब्रिड काम वर्तमान और भविष्य है। यह आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप कार्यालय और दूरस्थ कार्य के मिश्रण के बारे में है। यह अब 50 या 70 घंटे काम करने के बारे में नहीं है, बल्कि आपकी अपनी महत्वाकांक्षा, आपके उद्देश्य और आपकी उत्पादकता के बारे में है।”

–आईएएनएस

एमकेएस/एसजीके

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