देहरादून : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय उत्तराखंड के दौरे पर हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बार उत्तराखंड के औली में सशस्त्र बलों और आईटीबीपी के जवानों के साथ विजयदशमी मनाई। इसी क्रम में रक्षा मंत्री ने अपनी यात्रा के दौरान शस्त्र पूजा की और राष्ट्र की सुरक्षा और आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करने में सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों के योगदान की सराहना की। विजयदशमी पर्व पर भारत में ‘आयुध पूजन’ की लम्बे समय से परंपरा रही है। इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, जीओसी-इन-सी सूर्य कमान लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, सशस्त्र बलों और आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी और जवान मौजूद थे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पूरे देश को जवानों की क्षमता और योगदान पर गर्व और विश्वास है। राजनाथ सिंह ने देश को बाहरी खतरों से बचाने में सुरक्षा बलों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि सुरक्षित माहौल की वजह से ही देश आर्थिक विकास और प्रगति की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने में सक्षम हुआ है। उन्होंने गलवान की घटना के समय जवानों की अद्वितीय वीरता और साहस की सराहना की। इस अवसर पर थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी मौजूद थे।
सेना के जवानों को संबोधित करने हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘ जब भी समय मिलता है मैं आप लोगों से मिलने, बातें करने आता हूं. आज विजयादशमी का पर्व है और मेरा मन हुआ कि इस पर्व को क्यों न मैं अपने जवानों के पास जाकर मनाऊं. इसीलिए मैंने आर्मी चीफ से आग्रह किया और आज आप सबके बीच यहां मौजूद हूं. आपके बीच आकर मन गौरव से भर जाता है. हमारे सभी जवानों के होते पूरा देश सुरक्षित है.
भारत का अंतिम गांव माणा चमोली जनपद में बद्रीनाथ से तीन किमी दूर 18 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है. अपनी अनूठी परंपराओं के लिए इसकी एक अलग पहचान है. यहां रडंपा जनजाति के लोग रहते हैं. चमोली की मलारी घाटी में स्थित बाड़ाहोती में चीन ने 2014 से 2018 तक कई बार घुसपैठ करने की कोशिश की, लेकिन हर बार आइटीबीपी के जवानों ने उस कोशिश को नाकाम कर दिया.
Written By Deshhit News Teem