हरिद्वार जिले की भगवानपुर विधानसभा सीट पर इस बार भी पूर्व मंत्री सुरेंद्र राकेश की पत्नी ममता और भाई सुबोध के बीच टक्कर है
Uttarakhand Assembly Election 2022: हरिद्वार जनपद की 11 सीटों में एक भगवानपुर सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है।इस सीट पर वर्ष 2007 में बसपा से सुरेंद्र राकेश विधायक चुने गए थे। वर्ष 2012 में भी वह बसपा से चुनाव जीतकर कांग्रेस की सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे। हालांकि, वर्ष 2015 में उनका निधन होने के बाद उनकी पत्नी ममता राकेश कांग्रेस से उपचुनाव लड़कर भारी अंतर से चुनाव जीती थी। 2017 के चुनाव में राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते सुबोध राकेश भाजपा और ममता राकेश कांग्रेस से आमने-सामने आ गए थे। तब भाभी ने देवर को पटखनी देकर दूसरी बार विधायक बनने में सफलता हासिल की थी। तो वहीं इस बार भी पूर्व मंत्री सुरेंद्र राकेश की पत्नी ममता और उनके भाई सुबोध के बीच वर्चस्व की जंग होनी है। भाभी ममता राकेश को जहां कांग्रेस ने टिकट दिया है, वहीं देवर सुबोध राकेश बसपा की हाथी पर सवार होकर चुनौती पेश कर रहे हैं.
इस चुनाव में खास बात यह है कि भाजपा ने भी तीसरे प्रत्याशी के रूप में ममता-सुबोध राकेश के खानदान के ही मास्टर सत्यपाल को टिकट दिया है। ऐसे में भगवानपुर विधानसभा चुनाव में तीनों प्रमुख दलों से एक खानदान से ही ताल्लुक रखने वाले तीनों प्रत्याशी विधानसभा भवन की कुर्सी पर बैठने के लिए एक दूसरे को परास्त करने के लिए चुनावी दंगल में उतर चुके हैं। देखना होगा कि भगवानपुर का मतदाता इस बार तीनो में से किसे कमान सौंपता है. इस सीट पर कांग्रेस, बसपा और भाजपा के बीच त्रिकोणीय लड़ाई देखने को मिलती है.