किन्नर समाज ने बिना बाप की सात बेटियों में से दो बेटियों की शादी का जिम्मा उठाया और उनकी शादी धूम धाम से करवाई…
राजस्थान के गोपेश्वर बस्ती से दिल को सुकून देने वाली खबर सामने आई है. गोपेश्वर बस्ती स्थित कुम्हारों के मोड़ पर रह रहे एक परिवार, जहां माँ, सबसे छोटा लड़का और सात लड़कियां हैं. जिनकी शादी का ज़िम्मा किन्नरों ने 2017 में उनके पिता के देहांत के समय उठाई थी और अज वो दिन है जब उन्होंने मर के भी अपना वादा पूरा किया और दो बेटियों की शादी पूरे धूम धाम से करवा कर विदा किया.
2017 में इस वजह से किन्नरों ने किया था ये वादा
साल 2017 में किन्नर समुदाय कुम्हारों के मोहल्ले में एक बच्चे के जन्म के मौके पर बधाई गाने पहुंचा था । इस मंडली को उस समय रजनी नाम की किन्नर लीड कर रहीं थी। जिस घर में ये मंडली बधाई देने पहुंची थी, वहां पर मां और बेटियों का रो रोकर बुरा हाल हुआ जा रहा था। दरअसल जिस घर में किन्नरों की मंडली अपना ईनाम लेने पहुंची थी, उसी घर की मुखिया रामलाल की मौत हो गई थी। पूरे मोहल्ले में यही चर्चा थी की अब इन सात बेटियों की शादियां कैसे होगी, कौन इनका पालन-पोषण करेगा। बस यहीं इसी क्षण किन्नर दल की रजनी ने बेटियों को वचन दिया कि सात में से दो बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी वे अपने कंधे लेंगी।
रजनी के वादे को मुस्कान ने किया पूरा
रजनी ने इसके बाद समय-समय पर इस घर की खोज खबर ली, लेकिन बेटियों का रिश्ता तय होने से पहले ही रजनी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन मरने से पहले वो अपनी मंडली को अपना किया हुआ वादा पूरा करने के लिए कह गईं थी। रजनी की शिष्या मुस्कान अग्रवाल ने अपनी गुरु की अंतिम इच्छा को पूरा किया और 21 अप्रैल को दो लड़कियों की शादी का पूरा खर्च उठाया। इस शादी में किन्नर समाज ने दोनों बेटियों को घरेलू सामान में एलसीडी टीवी, वाशिंग मशीन, सोफा, बर्तन, गोल्ड रिंग, सिलाई मशीन, पलंग, आदि आयटम गिफ्ट किए हैं। किन्नरों की इस पहल का पूरे समाज ने दिल खोलकर तारीफ की है।