भारत के कई राज्यों में इस समय चक्रवाती तूफान ‘बिपोर्जॉय’ का खतरा मंडरा रहा है. खासकर तटीय राज्यों को इस चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा खतरा है. तूफान के प्रभान के कारण तटीय राज्यों में तेज हवाएं और बारिश हो सकती है.
What Is Biporjoy Cyclone: इस समय एक बहुत ही शक्तिशाली चक्रवाती तूफान भारत की तरफ तेजी के साथ बढ़ रहा है. ‘बिपोर्जॉय’नाम के इस चक्रवाती तूफान ने देश के कई राज्यों के लिए खतरा पैदा कर दिया है. खासकर तटीय राज्यों को तूफान से ज्यादा खतरा है. यही वजह है कि भारत में चक्रवाती तूफान ‘बिपोर्जॉय’को लेकर अलर्ट जारी है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो समुद्री क्षेत्र में एक डीप डिप्रेशन के चक्रवाती तूफान के तौर पर ‘बिपोर्जॉय’का जन्म हुआ. मौसम विभाग के अनुसार उत्तर दिशा में तेजी के साथ बढ़ रहा यह तूफान कई राज्यों के लिए गंभीर संकट खड़ा कर सकता है.
क्या है ‘बिपोर्जॉय’ तूफान
‘बिपोर्जॉय’ एक प्रकार का चक्रवाती तूफान है जिसको कि बांग्लादेश ने नाम दिया था। इसका अर्थ ‘आपदा’ है। रिपोर्ट के अनुसार, इस नाम को 2020 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के सदस्य देशों द्वारा अपनाया गया था। यह सभी उत्तरी भारतीय महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बनने वाले साइक्लोन को समेटता है, क्योंकि साइक्लोनों को क्षेत्रीय नियमों के आधार पर नाम दिए जाते हैं।
साइक्लोनों के नामों की प्रणाली WMO और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (ESCAP) के सदस्य देशों द्वारा संयुक्त रूप से संचालित की जाती है। WMO के अनुसार, उत्तरी भारतीय महासागर में नामकरण के नियमों के आधार पर साइक्लोनों को नामित किया जाता है। अटलांटिक और दक्षिणी गोलार्ध में (हिंद महासागर और दक्षिणी प्रशांत महासागर में), तापीय साइक्लों को वर्णमाला क्रम में नाम दिया जाता है, और महिलाओं और पुरुषों के नाम के समान भी हो सकते हैं, जबकि उत्तरी भारतीय महासागर में, नाम देश द्वारा आवश्यकतानुसार वर्णमाला क्रम में सूचीबद्ध किए जाते हैं और वे लिंग-निरपेक्ष होते हैं।
इन राज्यों में तूफान का सबसे ज्यादा प्रभाव
NDRF का कहना है कि चक्रवात बिपरजोय के कारण एहतियात के तौर पर हमने मुंबई में पहले से उपलब्ध तीन टीमों के अलावा दो टीमों को तैनात किया है. इसके अलावा हमने चार अन्य टीमों को गुजरात भेजा है क्योंकि चक्रवात बिपरजोय का वहां अधिक प्रभाव होने की उम्मीद है. साथ ही पुणे में भी हमारी टीमें तैयार हैं. IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि चक्रवात बिपरजोय धीरे-धीरे 5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की दिशा में आगे बढ़ रहा है और 14 जून के बाद इसकी दिशा बदलेगी. 15 जून की दोपहर तक 125-135 किमी/घंटा की रफ्तार से एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान के तट से टकराएगा. 14-15 जून को सौराष्ट्र, कच्छ में तेज बारिश होगी.
वहीं राज्य सरकार की ओर से प्रदेशवासियों को अलर्ट मोड पर रहने की अपील की गई है। अब तक गुजरात के सात जिले बिपरजॉय चक्रवात की चपेट में आ चुके हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से अलर्ट जारी किया जा चुका है। चक्रवात के कहर को ध्यान में रखते हुए मछुवारों के मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है। लोगों से समुद्री इलाके में नहीं जाने की अपील की गई है।
बिपरजॉय चक्रवात को लेकर पीएम मोदी ने बैठक
पीएम मोदी ने आज बिपरजॉय चक्रवात को लेकर आज अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। जिसमें कई अधिकारी शामिल थे। इस बैठक में इस तूफान की चपेट से कैसे लोगों को बचाया जाए, इस दिशा में विचार विमर्श किया गया। इस बैठक में में बचाव कार्य में लोग कर्मी भी शामिल हुए। प्रदेश सरकार के कई बड़े अधिकारी इस बैठक में शामिल हुए।
वहीं, मौजूदा खतरे को भांपते हुए अब तक 1300 से भी अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। माना जा रहा है कि अगर यह सिलसिला यूं ही जारी तो यह चक्रवात पाकिस्तान के भी कुछ इलाकों को अपनी चपेट में ले सकता है। वहीं, पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए फैसले को कब तक मूर्त रूप दिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।