चंडीगढ़: अब वापस हो चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर हरियाणा के मंत्री की टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि विरोध कर रहे किसानों की ‘बीवियां’ और ‘छोरियां’ भाग गई थीं। केंद्र सरकार ने साल 2021 में तीन कानूनों को वापस लेने का फैसला कर दिया था। इससे पहले किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर जमकर प्रदर्शन किया था।
हरियाणा सरकार में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने प्रदर्शनकारी किसानों को ‘बेकार’ करार दिया और कहा कि उनकी पत्नियां भी उनकी नहीं सुनती हैं। भिवानी में एक कार्यक्रम के दौरान दलाल ने कहा, ‘यहां बैठे रहते थे कुछ लोग… किसी पर पांच मुकदमे… उल्टे उल्टे काम कर रखे थे। किसी की बहू भाग रही थी, किसी की छोरी भाग रही थी।’
मंत्री का कहना है कि ऐसे लोग अब उनके पास आ रहे हैं और जुड़ना चाहते हैं। उन्होंने साफ किया है कि ऐसे लोगों के साथ जुड़ने से साफ इनकार कर दिया है।
नवंबर 2021 में पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन दिया था। उस दौरान उन्होंने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया था। 2020 में सरकार की तरफ से पेश करने के बाद किसानों ने इनका जमकर विरोध किया था। करीब एक सालों तक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान समेत कुछ राज्यों के किसान राजधानी दिल्ली से जुड़ी सीमाओं पर विरोध कर रहे थे।