नई दिल्ली : 13 दिसंबर को सुरक्षा चूक की घटना के बाद संसद में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मकर द्वार से केवल सांसदों को ही संसद भवन में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है और भवन में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों के जूते उतरवाकर भी उनकी गहन जांच की जा रही है।
संसद में सुरक्षा चूक की घटना पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “…इतनी बड़ी घटना हो गई और अभी तक प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से कोई बयान नहीं आया है… इस घटना पर गहन चर्चा होनी चाहिए…”
संशिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, “सरकार तो मुंह बंद करके बैठी है…22 साल पहले इससे भी भयंकर हादसा हुआ था और हमको कहा गया था कि ये नया सदन फुल प्रूफ सिक्योरिटी से लैस है…कल हमने क्या देखा…2-4 लड़के अंदर घुस गए…महंगाई और बेरोजगारी के बारे में नारे लगाते हुए अंदर चले गए…यह ठीक नहीं है…देश के युवाओं की दिशा बदल रही है, वो निराश हैं…इसके लिए सरकार जिम्मेदार है…लेकिन सरकार सभी राज्यों में शपथ ग्रहण समारोह में व्यस्त है…देश की सुरक्षा से खिलवाड़ हुआ है और यह कोई बर्दाश्त नहीं करेगा।”
कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने ‘संसद में सुरक्षा की गंभीर चूक’ पर चर्चा के लिए कार्य के निलंबन के लिए प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 267 के तहत एक नोटिस प्रस्तुत किया है।