दिल्ली में 50 से अधिक स्थानों पर मॉक ड्रिल का सफल आयोजन
भूकंप और आग जैसी आपात स्थितियों के लिए तैयारियों का मूल्यांकन
12 लोगों को बचाया गया, मृतकों को मर्चरी भेजा गया
अंतर-एजेंसी समन्वय और नागरिक जागरूकता पर ध्यान केंद्रित
दिल्ली: दिल्ली आपदा प्रबंधन विभाग (DDMA) ने 28 मार्च 2024 को दिल्ली में एक राज्य-स्तरीय मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया।
उद्देश्य: मॉक ड्रिल का उद्देश्य भूकंप और आग जैसी आपात स्थितियों के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों, नागरिकों और स्वयंसेवकों की तैयारियों का मूल्यांकन करना था।
स्थान: मॉक ड्रिल दिल्ली के 50 से अधिक स्थानों पर आयोजित की गई, जिसमें पीतमपुरा पुलिस लाइन भी शामिल है।
परिदृश्य: मॉक ड्रिल में विभिन्न आपातकालीन परिदृश्यों का अनुकरण किया गया, जिसमें भूकंप के बाद इमारतों का ढहना और ब्लीडिंग में आग लगना शामिल था।
जहा हम आपको कुछ तस्वीर पीतम पूरा मॉक ड्रिल की दिखा रहे है
जहा पुलिस लाइन में भूकंप आने और ब्लीडिंग में आग की कॉल मिली
जिसके बाद कई सरकारी एजेंसी मौके पर राहत और बचाव कार्य में भाग लिया
भागीदारी: दिल्ली पुलिस, सिविल डिफेंस, फायर कर्मी, एमसीडी, क्यूआरटी, कैट्स एम्बुलेंस, टाटा पावर, डॉक्टर, ट्रैफिक पुलिस, नागरिक और स्वयंसेवकों ने मॉक ड्रिल में भाग लिया।
परिणाम: मॉक ड्रिल में 12 लोगों को बचाया गया और उन्हें उपचार के लिए भगवान महावीर अस्पताल भेजा गया। मृतकों को मर्चरी भेजा गया।
महत्व: मॉक ड्रिल आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लेने, अंतर-एजेंसी समन्वय को मजबूत करने और नागरिकों को जागरूक करने के लिए महत्वपूर्ण है।
विवरण:
28 मार्च 2024 को, दिल्ली आपदा प्रबंधन विभाग (DDMA) ने दिल्ली में एक राज्य-स्तरीय मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया। मॉक ड्रिल का उद्देश्य भूकंप और आग जैसी आपात स्थितियों के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों, नागरिकों और स्वयंसेवकों की तैयारियों का मूल्यांकन करना था।
मॉक ड्रिल दिल्ली के 50 से अधिक स्थानों पर आयोजित की गई, जिसमें पीतमपुरा पुलिस लाइन भी शामिल है। मॉक ड्रिल में विभिन्न आपातकालीन परिदृश्यों का अनुकरण किया गया, जिसमें भूकंप के बाद इमारतों का ढहना और ब्लीडिंग में आग लगना शामिल था।
दिल्ली पुलिस, सिविल डिफेंस, फायर कर्मी, एमसीडी, क्यूआरटी, कैट्स एम्बुलेंस, टाटा पावर, डॉक्टर, ट्रैफिक पुलिस, नागरिक और स्वयंसेवकों ने मॉक ड्रिल में भाग लिया।
मॉक ड्रिल में 12 लोगों को बचाया गया और उन्हें उपचार के लिए भगवान महावीर अस्पताल भेजा गया। मृतकों को मर्चरी भेजा गया।
DDMA के एक अधिकारी ने कहा कि मॉक ड्रिल आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लेने, अंतर-एजेंसी समन्वय को मजबूत करने और नागरिकों को जागरूक करने के लिए महत्वपूर्ण है।
राजधानी दिल्ली से रोनित मोर्या की रिपोर्ट