चुनाव के दौरान यात्रियों को उठानी पड़ सकती हैं मुश्किलें, बसों के अधिग्रहण से कम होगा लोकल रूटों पर संचालन
ऋषिकेश से गढ़वाल तक लोकल रूट पर बसों की संख्या कम होने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ सकती है। लोकसभा चुनाव के लिए निजी बसों के अधिग्रहण से यह समस्या पैदा हुई है।
मुख्य भाग:
- बसों की संख्या में कमी: एआरटीओ ऋषिकेश ने चुनाव के लिए 325 वाहनों का अधिग्रहण किया है, जिसमें 97 बसें शामिल हैं। इससे ऋषिकेश से कर्णप्रयाग, रुदप्रयाग, सबदरखाल पौडी, ऋषिकेश श्रीनगर गढ़वाल मार्ग पर बसों की संख्या 15 से 20 प्रतिशत कम हो गई है।
- यात्रियों की परेशानी: बसों की कमी के कारण यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सिंगल रूट रोटेशन के अध्यक्ष योगेश उन्याल ने कहा कि ऋषिकेश से लोकल रूट पर पहले प्रतिदिन 40 बसें चलती थीं, जो अब घटकर 30 रह गई हैं।
- गांवों तक पहुंचने में मुश्किल: चुनाव ड्यूटी में मैक्स और बोलेरो के जाने से कई गांवों तक पहुंचना भी मुश्किल हो जाएगा।
निष्कर्ष:
लोकसभा चुनाव के दौरान बसों की कमी से यात्रियों को परेशानी हो सकती है। यात्रियों से अपील है कि वे पहले से अपनी यात्रा का प्लान बना लें और बसों की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें।