देहरादून, 27 मई 2024: चारधाम यात्रा शुरू होने के एक महीने से भी कम समय में, श्रद्धालुओं की मौतों का आंकड़ा चिंताजनक रूप से बढ़ रहा है। अधिकारियों ने 42 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि की है, जबकि कुछ सूत्रों का दावा है कि यह संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।
इन मौतों के बाद, विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने आरोप लगाया है कि सरकार बार-बार चेतावनी के बावजूद भी यात्रा में व्यवस्थाओं को बेहतर नहीं बना पा रही है। उन्होंने कहा कि इस अव्यवस्था से न केवल राज्य की छवि खराब हो रही है, बल्कि श्रद्धालु भी यात्रा से कड़वे अनुभव लेकर लौट रहे हैं।
मौतों के मुख्य कारण:
- स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं: उच्च ऊंचाई और कठिन यात्रा मार्ग, खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमारियों से ग्रस्त श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं पैदा कर सकते हैं।
- दुर्घटनाएं: पहाड़ी सड़कों और खराब मौसम के कारण दुर्घटनाएं भी श्रद्धालुओं की मौत का कारण बन सकती हैं।
- अधूरी तैयारी: कुछ श्रद्धालु शारीरिक रूप से यात्रा के लिए तैयार नहीं होते हैं, जिसके कारण उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
सरकार द्वारा किए गए उपाय:
- स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि: यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य शिविरों और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
- तैनाती: यात्रा मार्गों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती बढ़ाई गई है ताकि यातायात को नियंत्रित किया जा सके और दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
- श्रद्धालुओं के लिए सलाह: श्रद्धालुओं को सलाह दी जा रही है कि वे यात्रा पर जाने से पहले अपनी स्वास्थ्य जांच करवा लें, पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े और दवाइयां साथ रखें, और अपनी क्षमता से अधिक यात्रा न करें।
शुभम कोटनाला