2 जुलाई, 2024: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने धर्मांतरण के एक मामले की सुनवाई करते हुए शुक्रवार को कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर धर्मांतरण इसी रफ्तार से जारी रहा, तो देश में बहुसंख्यक आबादी अल्पसंख्यक हो जाएगी।
हाईकोर्ट ने यह टिप्पणी एक याचिका पर सुनवाई करते हुए की थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में कुछ लोगों को जबरन ईसाई बनाया जा रहा है।
अदालत ने कहा कि “धर्मांतरण की ये घटनाएं गंभीर चिंता का विषय हैं। अगर इस पर रोक नहीं लगाई गई तो देश में सामाजिक सद्भाव और शांति भंग हो सकती है।”
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह धर्मांतरण के मामलों की जांच करे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
अदालत ने यह भी कहा कि धर्मांतरण स्वेच्छा से होना चाहिए और किसी पर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।
यह टिप्पणी धार्मिक स्वतंत्रता और धर्मांतरण को लेकर देश में चल रही बहस के बीच महत्वपूर्ण है।