मानसून की सक्रियता से पहाड़ी राज्य में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ा
उत्तराखंड में मानसून की सक्रियता ने एक बार फिर से राज्य के लोगों को मुश्किलों में डाल दिया है। भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ नेशनल हाईवे के पातालगंगा और लंगसी क्षेत्र में मार्ग बंद हो गया है। इसके अलावा, पहाड़ी से भारी मलबा और बोल्डर आने के कारण कई वाहन बीच रास्ते में फंसे हुए हैं।
चमोली, बद्रीनाथ और जोशीमठ जैसे जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं। भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला नीति बॉर्डर हाईवे भी जोशीमठ नगर से 5 किलोमीटर आगे मेरग लाल बाजार में बड़े वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। केवल छोटे वाहन ही इस मार्ग से गुजर पा रहे हैं।
नीति बॉर्डर हाईवे के बंद होने से सीमावर्ती चौकियों तक सेना के वाहनों और रसद सामग्री की आवाजाही प्रभावित हुई है।
प्रशासन अलर्ट:
राज्य प्रशासन ने बाढ़ और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
राहत और बचाव कार्य:
प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। सड़कों को खोलने और फंसे हुए लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं।
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