बदायूं: विश्व नदी दिवस के मौके पर सोत नदी बचाओ आंदोलन ने जनपद की चार मृतप्राय नदियों – महावा, भैंसोर और अरिल के पुनर्जीवन का बीड़ा उठाया है। पहले सिर्फ सोत नदी के संरक्षण पर केंद्रित यह आंदोलन अब जनपद की अन्य नदियों को बचाने के लिए भी संघर्ष करेगा।
आंदोलनकारी नदियों को गंगा और रामगंगा से जोड़ने की मांग कर रहे हैं। उनका मानना है कि मानवीय गतिविधियों के कारण नदियां प्रदूषित हो रही हैं और उनका अस्तित्व खतरे में है। आंदोलनकारी सोहराब ककरालावी ने कहा, “नदियां हमारी धरोहर हैं। हमें इनके संरक्षण के लिए आगे आना होगा।”
आंदोलनकारी वाहिद राजपूत ने कहा कि उनकी टीम नगर की बदहाल व्यवस्था सुधारने के साथ-साथ अब नदियों के कायाकल्प पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
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