भारत की महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर हरिद्वार में समाज सेविका श्रीमती सरिता सिंह के नेतृत्व में एक ऐतिहासिक स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। गणेश घाट मायापुर में सैकड़ों महिलाओं और बालिकाओं ने एकजुट होकर न केवल गंगा घाट को साफ किया, बल्कि समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। यह अभियान नारी शक्ति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जो रानी लक्ष्मीबाई के आदर्शों को जीवंत करता है।
आज, 24 नवंबर को, भारत की महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर हरिद्वार के गणेश घाट मायापुर में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 200 से अधिक महिलाओं और बालिकाओं ने भाग लिया। उन्होंने मिलकर गंगा घाट को साफ-सुथरा रखने का संकल्प लिया और स्वच्छता अभियान चलाया।
सरस्वती विद्या मंदिर मायापुर के प्रधानाचार्य श्रीमान विजयपाल जी ने इस कार्यक्रम में सभी को संबोधित करते हुए कहा, “रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान देश के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेगा। उन्होंने न केवल देश की आजादी के लिए संघर्ष किया, बल्कि समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाई। हमें उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए और समाज के विकास में अपना योगदान देना चाहिए।”
उप प्रधानाचार्य श्रीमान अजय जी ने कहा, “आज की महिलाएं स्वतंत्र और सशक्त हैं। उन्हें समाज के हर क्षेत्र में आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभानी चाहिए। स्वच्छता अभियान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं और बालिकाओं ने उत्साह के साथ स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। उन्होंने घाट पर पड़े कूड़े को साफ किया, गंगा नदी को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया और लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।
विश्लेषण:
यह स्वच्छता अभियान के समापन पर समाज सेविका श्रीमति सरिता सिंह ने कहा कि, यह केवल गंगा घाट को साफ करने का एक प्रयास के साथ यह नारी शक्ति का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी है। महिलाओं ने साबित कर दिया है कि वे समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। रानी लक्ष्मीबाई की तरह, ये महिलाएं भी देश और समाज के लिए समर्पित हैं।
समापन:
यह कार्यक्रम रानी लक्ष्मीबाई के आदर्शों को जीवंत रखने का एक प्रयास है। इस तरह के कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी को देशभक्ति और समाज सेवा के लिए प्रेरित किया जा सकता है। यह अभियान एक संदेश देता है कि स्वच्छता केवल सरकार का काम नहीं है, बल्कि यह हम सभी का कर्तव्य है।