नई दिल्ली: पिछले तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सीडीएस हेलिकॉप्टर हादसे में 14 में से 13 जवानों उसी दिन शहीद हो गए थे, इसके अलावा ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज चल रहा था लेकिन वो भी आज इस दुनिया से विदा हो गए. वरुण सिंह का इलाज बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में चल रहा था। यहां वह लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। भोपाल के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के दुखद निधन की खबर से भोपाल में शोक की लहर छा गई है। ग्रुप कैप्टन के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह एवं परिवार यहां इन्नर कोर्ट कॉलोनी में निवास करता है। निधन की खबर से कालोनी में सभी लोग दुखी है।सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह भी हेलिकाप्टर में सवार थे। इस हादसे में वरुण एकमात्र जीवित सदस्य थे। उनका इलाज बेंगलुरु में चल रहा था रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह स्वयं उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखे हुए थे तथा चिकित्सकों के निरंतर संपर्क में थे। पूरे भारत में उनकी सलामती के लिए दुआएं की गई। भोपाल में भी उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थनाएं की जा रही थीं। बुधवार को उनके निधन की खबर मिलते ही कालोनी में शोक की लहर छा गई।
कैप्टन वरुण सिंह दो माह पहले भोपाल आए थे
कालोनी के रहवासियों के अनुसार करीब 2 माह पहले कैप्टन वरुण कालोनी में अपने पिता के घर पर आए थे। उस वक्त कालोनीवासियों ने उनका सम्मान किया था। वरुण को अदम्य साहस के लिए15 अगस्त को ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शौर्य सम्मान प्रदान किया था। इसी उपलक्ष में उनका कालोनी में सम्मान किया गया था। वरुण का पूरा परिवार देश भक्त है। उनके पिता कर्नल केपी सिंह ने भी लंबे समय तक सेना में सेवाएं दी है। उनके निधन की खबर से सभी दुखी हैं।