नवांशहर,: रूस टूरिस्ट वीजे पर घूमने गये नवांशहर के गांव गरलों बेट के नौजवान नारायण सिंह को रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेला जा रहा, जबरदस्ती किया फौज में भर्ती
रूस टूरिस्ट वीजे पर घूमने गये नवांशहर के गांव गरलों बेट के नौजवान नारायण सिंह को रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेला जा रहा, जबरदस्ती किया फौज में भर्ती। जिला नवांशहर की तहसील बलाचौर क्षेत्र के गांव गरलों बेट के गुरबंत सिंह का बेटा नारायण सिंह भी शामिल है। जब से पता चला है की उसका बेटा रूस की फौज में जबरन शामिल किया गया है, सभी परिवार का रो- रो कर बुरा हाल है।अपने बेटे को 6 महीने से घर में ना पाकर घर वालों का बुरा हाल है ।वही कई लोगो से इस बारे में मिल भी चुके है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मां हर वक्त घर के दरवाजा पर ही नजर है कि कब उसका बेटा घर आएगा।
मां गुरमीत कौर ने बताया कि नए साल से कुछ दिन पहले नारायण सिंह (21) अपने दोस्तों के साथ 26 दिसंबर 2023 को टूरिस्ट वीजे से रूस गए थे। इस संबंध में जब हमने उनसे पूछा कि उन्होंने किस एजेंट के साथ और कितने रुपये खर्च किए, तो उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है। हमारा बेटा केवल 6 हजार रुपए ही खर्च के लिए लेकर गया है।
उन्होंने कहा कि नारायण सिंह इससे पहले अक्टूबर 2023 में 15 दिनों के लिए टूरिस्ट वीजे पर जाकर वापस आ गया था। नारायण उन्हें बताता था कि उसके दोस्त मिलकर एक साथ पैसे खर्च करके जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नारायण का पिछले 4-5 दिन पहले एक ऑडियो मैसेज आया था और वह यह कह रहा था कि काम पर जा रहे है ।
हमें बताया कि रूस की पुलिस ने उन्हें पहले डराया धमकाया और कहा कि या फिर 10 साल की सजा होगी या फिर आप फौज में भर्ती हो जाए। उनसे जबरदस्ती कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए तथा उन्हें सेना को सौंप दिया और सेना ने जबरदस्ती प्रशिक्षित किया और हमें रूस – यूक्रेन युद्ध में जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मां गुरमीत कौर ने बताया कि नारायण के दोस्त ने एक ऑडियो में कहा कि घबराने की बात नहीं, कोई चिट्ठी आई है भारत से, जिसमे हमलोग को छोड़ने की बात कही जा रही है, लेकिन जो कमांडर है जो अड़ा हुआ है । नारायण सिंह दो भाई तथा एक बहन है ।अब उन लोगो को आस है कि एम पी राज्यसभा सदस्य का फोन आया था कि कोशिश की जा रहा है कि नारायण सिंह उनका बेटा जल्द घर आ जाएगा।