पंचांग के अनुसार 2 जुलाई 2023, रविवार का दिन धर्म-कर्म की दृष्टि से विशेष है. आज सूर्य देव को प्रसन्न करने का दिन है. आज शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी की तिथि है. इस दिन सूर्य देव की पूजा से जीवन में परेशानियां कम होती है. इस दिन ग्रहों की चाल और नक्षत्र की स्थिति महत्वपूर्ण है.
आज का पंचांग
विक्रम संवत 2080
आज दिनांक- 2 जुलाई 2023
आज का वार- रविवार
आज का स्थान- नई दिल्ली
आज की तिथि- चतुर्दशी
आज का नक्षत्र- ज्येष्ठा
आज का करण- गर
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का योग- शुक्ल
आज की ऋतु- वर्षा
चंद्रमा- वृश्चिक राशि
आज के व्रत त्योहार: श्री सत्यनारायण व्रत, कोकिला व्रत
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि समाप्त- 02 जुलाई रात्रि 08 बजकर 21 मिनट तक
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 02 जुलाई रात्रि 08 बजकर 21 मिनट तक से
शुक्ल योग- 02 जुलाई रात्रि 07 बजकर 26 मिनट तक
ज्येष्ठा नक्षत्र- 02 जुलाई दोपहर 01 बजकर 18 मिनट तक
शुभ समयब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 07 मिनट से सुबह 04 बजकर 47 मिनट तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से दोपहर 03 बजकर 40 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त- शाम 07 बजकर 22 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- दोपहर 01 बजकर 18 मिनट से 03 जुलाई 05 बजकर 27 मिनट तक
रवि योग- सुबह 05 बजकर 27 मिनट से दोपहर 01 बजकर 18 मिनट तक
अशुभ समयराहुकाल- शाम 05 बजकर 39 मिनट से शाम 07 बजकर 23 मिनट तक
गुलिक काल- दोपहर 03 बजकर 54 मिनट से शाम 05 बजकर 39 मिनट तक
दिशा शूल- पश्चिमसूर्योदय और सूर्यास्त का समयसूर्योदय- सुबह 05 बजकर 27 मिनट से
सूर्यास्त- शाम 07 बजकर 23 मिनट परचंद्रोदय और चन्द्रास्त का
समयचंद्रोदय- शाम 06 बजकर 34 मिनट सेचन्द्रास्त- 03 जुलाई सुबह 04 बजकर 48 मिनट तक
आज का उपाय : रविवार को सूर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं और गायत्री मंत्र का पाठ करें।
सूर्य देव की पूजा में लाल फूल, लाल चंदन, लाल वस्त्र, धूप, दीप, नैवेद्य, गुड़, घी आदि की उपयोग करें. सूर्य चालीसा, आदित्य हृदय स्तोत्र, रविवार व्रत कथा आदि का पाठ करना शुभ फलदायी माना जाता है. सूर्य देव के मंत्रों का जाप करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. पूजा के बाद लाल वस्त्र, केसर, गेहूं, लाल चंदन, घी, तांबा आदि का दान करने से सूर्य दोष दूर होता है.
जो लोग राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, उन लोगों को सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए. सूर्य के प्रबल होने से बड़ा पद प्राप्त होता है, यश और कीर्ति में वृद्धि होती है.