एमसीडी की उपेक्षा के कारण दंगल स्थल खंडहर में तब्दील, अब शिव मंदिर में होगा आयोजन
अलीपुर का प्रसिद्ध 15 अगस्त का दंगल इस बार मिनी स्टेडियम में नहीं होगा। एमसीडी द्वारा बनाए गए इस स्टेडियम की बदहाली और रखरखाव के अभाव में दंगल समिति को यह कठिन फैसला लेना पड़ा है।
अलीपुर में दंगल का आयोजन वर्षों से एक परंपरा रही है। देश-विदेश से पहलवान यहां आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं और लाखों रुपये का इनाम जीतते हैं। स्थानीय लोग भी इस दंगल का बेसब्री से इंतजार करते हैं।
1997 में एमसीडी द्वारा बनाए गए मिनी स्टेडियम में पिछले कई सालों से दंगल का आयोजन होता रहा है। लेकिन समय के साथ स्टेडियम की स्थिति लगातार बिगड़ती गई। एमसीडी द्वारा इसका उचित रखरखाव नहीं किया गया जिसके कारण यह खंडहर में तब्दील हो गया। अब यहां असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगा है।
दंगल समिति ने बताया कि स्टेडियम को दुरुस्त करने में लाखों रुपये खर्च होंगे। इसलिए इस बार दंगल को अलीपुर के बड़े शिव मंदिर में आयोजित करने का फैसला लिया गया है। यहां पहले से ही दंगल आयोजित करने की व्यवस्था है और दर्शकों के बैठने की भी पर्याप्त जगह है।
एमसीडी की उपेक्षा की कीमत
इस घटना से एक बार फिर एमसीडी की उपेक्षा और लापरवाही उजागर हुई है। एक ऐतिहासिक दंगल को आयोजित करने के लिए बनाए गए स्टेडियम को इस तरह से खंडहर में तब्दील होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
स्थानीय लोगों में निराशा
स्थानीय लोगों में इस फैसले को लेकर निराशा है। वे चाहते हैं कि मिनी स्टेडियम को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए ताकि आने वाले सालों में दंगल का आयोजन फिर से वहीं हो सके।
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रिपोर्टर प्रदीप सिंह उज्जैन