नई दिल्ली: अमेरिका ने जब पाकिस्तान को एफ-16 देने का ऐलान किया तो भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी जमीं पर विरोध किया था। जयशंकर ने साफ कहा था कि सबको पता इन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किसके खिलाफ होना है।
जो बाइडेन ने दिया है यह बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पाकिस्तान पर बड़ा बयान सामने आया है। डेमोक्रेटिक कांग्रेस के एक कार्यक्रम में बाइडेन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि शायद दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक पाकिस्तान है। ऐसा देश जो परमाणु हथियार सम्मन्न और अस्थिर है। भारत शुरू से पाकिस्तान में फल-फूल रहे आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करता रहा है। ग्रे लिस्ट से पाकिस्तान को राहत मिल जाए, उससे पहले राष्ट्रपति बाइडन का ये बड़ा बयान है। बाइडेन ने यह टिप्पणी परमाणु हथियारों के भंडारण को लेकर कही है।
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भारत ने अमेरिका के दोगले रुख का पुरजोर विरोध किया था
दुनिया के मौजूदा हालात में बाइडन के इस बयान को बहुत अहम माना जा रहा है। भारत शुरू से पाकिस्तान में फल-फूल रहे आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करता रहा है। हाल के दिनों में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के प्रति अमेरिका के दोगले रुख का पुरजोर विरोध भी किया था। अमेरिका ने जब पाकिस्तान को एफ-16 देने का ऐलान किया तो भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी जमीं पर विरोध किया था। जयशंकर ने साफ कहा था कि सबको पता इन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किसके खिलाफ होना है। यही नहीं, शहबाज शरीफ ने अमेरिका यात्रा की थी, तो उस दौरान भी अमेरिका ने भले ही बाढ़ के लिए ही सही, लेकिन पाकिस्तान को बड़ी राशि सहायता के लिए दी थी।
जो बाइडन के बयान के बाद लोगों को रिएक्शन – अमेरिका को देर से अक्ल आई
बाइडेन का बयान सामने आने के बाद पाकिस्तान और चीन की प्रतिक्रिया का इंतजार है। हाालंकि सोशल मीडिया पर रिएक्शन्स शुरू हो गई हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि अमेरिका को देर से अक्ल आई, वहीं कुछ की आशंका है कि अमेरिका अब पाकिस्तान में घुसपैठ करना चाहता है। वहीं कुछ यूजर्स याद दिला रहे हैं कि दुनिया में इन्सानों पर परमाणु बमों का इस्तेमाल अमेरिका ने ही किया है।
ग्रे लिस्ट में बना हुआ है पाकिस्तान
ये सच है कि पाकिस्तान में हालात बहुत बुरे हैं। वहां आतंकवादी पनपते हैं और देश की सरकारें कुछ नहीं कर पाती हैं। यहां न तो कोई खेलों के आयोजन के लिए आना चाहता है, न ही इस देश में पर्यटन के लिए आना पसंद करता है। भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने के कारण वो ग्रे लिस्ट में बना हुआ है।
क्या होता है ग्रे लिस्ट
ग्रे लिस्टिंग का मतलब है कि FATF ने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ उपायों पर अपनी प्रगति की जांच करने के लिए एक देश को निगरानी में रखा है । “ग्रे सूची” को “बढ़ी हुई निगरानी सूची” के रूप में भी जाना जाता है। पाकिस्तान धनशोधन और आतंकी वित्तपोषण पर लगाम लगाने में नाकाम रहने के कारण जून 2018 से ही पेरिस स्थित एफएटीएफ की ग्रे सूची में बना हुआ है। निर्धारित लक्ष्यों को अक्टूबर 2019 तक पूरा करने के लिए उसे एक कार्य योजना दी गई थी। एफएटीएफ के आदेशों का पालन करने में विफल होने के कारण पाकिस्तान तब से लेकर अब तक उस ग्रे सूची में ही बना हुआ है।
व्हाइट हाउस ने की बाइडेन के बयान की पुष्टि
आपोक बता दें, व्हाइट हाउस ने भी पाकिस्तान पर बाइडेन के ताजा बयान की पुष्टि की है। बाइडेन ने यह बात डेमोक्रेटिक कांग्रेसनल कैंपेन कमेटी में दिए संबोधन में कही। माना जा रहा है कि बाइडेन के इस बयान के बाद दुनिया के अन्य देशों का भी पाकिस्तान के प्रति रुख बदलेगा। तुर्की जैसे कुछ देश लगातार पाकिस्तान का सपोर्ट कर रहे हैं, जबकि जगजाहिर है कि पाकिस्तान में परमाणु हथियार पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है।
Edited by Deshhit News