गाजा पर इजरायल के हमलों को लेकर बंटे अरब देश, सऊदी में हुई मीटिंग में नजर आए मतभेद!

13 Nov, 2023
Head office
Share on :

Israeli-Hamas: शनिवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में अरब नेताओं और ईरान के राष्ट्रपति की बैठक में गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध में इस्राइली कार्रवाई की निंदा की गई। 

इस्राइल और हमास के बीच जारी खूनी लड़ाई रुकने का नाम नहीं ले रही है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को एक बार फिर युद्धविराम के लिए बढ़ती अंतरराष्ट्रीय मांग को खारिज कर दिया। उधर अरब नेताओं को अब यह भी डर सताने लगा है कि संघर्ष अन्य देशों में फैल सकता है। शनिवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में अरब नेताओं और ईरान के राष्ट्रपति की बैठक में गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध में इस्राइली कार्रवाई की व्यापक निंदा की गई।

एक साथ हुई दो मीटिंग्‍स
सऊदी विदेश मंत्रालय की तरफ से शुक्रवार देर रात घोषणा की गई थी कि दो आपातकालीन बैठकें शनिवार को रियाद में एक संयुक्त शिखर सम्मेलन के रूप में आयोजित की जाएंगी। सऊदी विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है, ‘गाजा में असाधारण परिस्थितियां हैं इनके जवाब में और अरब लीग के अलावा इस्लामिक सहयोग संगठन के परामर्श के बाद, रियाद में एक असाधारण संयुक्त अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया।’

बताया जा रहा है कि जिन मुद्दों पर मतभेद थे उनमें इजरायल को हथियारों और गोला-बारूद की सप्‍लाई के लिए अरब देशों में अमेरिका और बाकी सैन्य अड्डों के उपयोग पर रोक लगाना शामिल है। साथ ही इजरायल के साथ अरब राजनयिक, आर्थिक, सुरक्षा और सैन्य संबंधों पर रोक लगाना और दबाव बनाना भी शामिल था। साथ ही जारी आक्रामकता को रोकने के लिए तेल और अरब आर्थिक क्षमताओं का लाभ उठाने की धमकी भी दी गई है।

लीबिया की तरफ से प्रस्ताव दिया गया कि सम्मेलन के आखिर बयान में फिलिस्‍तीनियों को इजरायली कब्जे का विरोध करने वाले संयुक्त बयान में शामिल होना चाहिए। इन कदमों का फिलिस्तीन, सीरिया, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया, इराक, लेबनान, कुवैत, कतर, ओमान, लीबिया और यमन सहित 22 सदस्यीय निकाय के 11 अरब देशों ने या तो प्रस्‍ताव दिया या फिर उनका समर्थन किया। जिन चार देशों ने विरोध में मतदान किया और जो अनुपस्थित रहे, उनका खुलासा नहीं किया गया।

इजरायल के खिलाफ प्रस्‍ताव में बाधा
सऊदी राजधानी में अरब लीग और ओआईसी की इमरजेंसी मीटिंग गाजा पट्टी पर इजरायल के हवाई और जमीनी हमले के बाद हुई। इन हमलों में गाजा में 11000 से ज्‍यादा लोगों की मौत हुई है जिनमें ज्यादातर नागरिक थे। इनमें से 4000 से ज्यादा बच्‍चे और 3000 से ज्‍यादा महिलाएं हैं। दोनों शिखर सम्मेलन अलग-अलग आयोजित करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन गुरुवार को आयोजित अरब लीग के सदस्यों के बीच इजरायल की तरफ से जारी युद्ध का जवाब देने के तरीकों पर मतभेद हो गया था। अल-अरबी अल-जदीद रिपोर्ट में कहा गया है कि अरब लीग में चार ‘प्रभावशाली देशों’ ने उन प्रस्तावों को अपनाने से रोक दिया था जो इजरायल के खिलाफ ठोस उपाय करते थे। इन देशों की तरफ से जो प्रस्‍ताव दिए गए थे वो काफी अस्पष्ट और गैर-प्रतिबद्ध थे।

News
More stories
सीएम धामी ने सिलक्यारा पहुंचकर मौके का जायजा लिया,अधिकारीयों के साथ बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा की