राहत के तहत इनडोर के लिए 50% और बाहरी रैलियों के लिए 30% क्षमता की छूट मिली है. लेकिन पदयात्रा, रोड शो और वाहन रैलियों पर पाबंदी है. 20 व्यक्तियों की सीमा के साथ घर-घर अभियान कर सकते हैं प्रत्यासी.
कोरोना केस में लगातार कमी के चलते चुनाव आयोग ने रैलियों में कुछ छूट दी है। यानि इनडोर और आउटडोर रैलियों में छूट दे दी गई है. अब खुली जगहों मैदानों में होने वाली रैलियों के लिए जगह के अनुपात में संख्या तय कर इजाजत मिलेगी
अब तक 500 लोगों को खुले में जनसभा की अनुमति थी, जिसे बढ़ाकर 1000 या मैदान की क्षमता की 50% कर दी गई है। इसके अलावा इनडोर मीटिंग में 300 लोगों की जगह 500 लोग या हॉल की क्षमता के 50% लोग शामिल हो सकेंगे।
20 लोग साथ प्रत्यासी घर -घर जाकर कर सकेंगे प्रचार -प्रसार
घटते कोरोना मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने प्रचार में ढील दी है। आयोग ने सुरक्षा कर्मियों को छोड़कर घर-घर जाकर प्रचार करने की सीमा को भी 10 व्यक्तियों से बढ़ाकर 20 व्यक्तियों तक कर दी है।
स्टार प्रचारकों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश
बता दें कि कल ही आयोग ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों को चुनाव के दौरान उनके राज्यों में पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश भी दिया है। आयोग का यह निर्देश एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले के कुछ दिनों बाद आया है। आयोग ने अपने पत्र में कहा है कि यह उसके संज्ञान में लाया गया है कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों को सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं का समाना करना पड़ रहा है। आयोग ने कहा कि स्टार प्रचारक चुनावी प्रक्रिया के अभिन्न अंग होते हैं और उनकी सुरक्षा को सर्वाधिक महत्व दिया जाना चाहिए।
5 राज्यों में होने है विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि देश में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने प्रचार-प्रसार को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है। हालांकि कोरोना के चलते उत्तरप्रदेश बड़े राज्य में चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण है। उत्तरप्रेश में 403 विधानसभाओं में चुनाव है । उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में भी विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है।
#Election Commission relaxes strictly on rallies