खाली पड़े मैदान कूड़े के ढेर में तब्दील, सिविक एजेंसियों की नाकामी का जीता-जागता उदाहरण
देश की राजधानी दिल्ली में मानसून की बारिश ने जहां एक ओर मौसम को सुहावना बनाया है, वहीं दूसरी ओर कई इलाकों में जलभराव और कूड़े के ढेर ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। रोहिणी के सेक्टर 4 में तो हालात बेहद खराब हैं।
खाली पड़े मैदान कूड़े के ढेर में तब्दील हो गए हैं और जगह-जगह जलभराव की स्थिति है। सिविक एजेंसियों की नाकामी के कारण यह इलाका कूड़े के ढेर और गंदगी का अड्डा बन गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस समस्या के बारे में अधिकारियों को शिकायत की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। लोग जबरदस्ती यहां कूड़ा डालते हैं और सफाई कर्मचारी भी समय पर नहीं आते हैं।
जलभराव की समस्या भी इस इलाके में गंभीर है। रिहायशी इलाकों, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और फुटपाथों पर हर जगह पानी भरा हुआ है। नाले खुले पड़े हैं और सीवरेज सिस्टम पूरी तरह से चरमरा गया है।
स्थानीय निगम पार्षद ने इस समस्या के लिए दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बजट में कटौती के कारण सफाई और विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
दिल्ली पुलिस की मौजूदगी के बावजूद समस्या ज्यों की त्यों
यह बेहद आश्चर्यजनक है कि इस इलाके में दिल्ली पुलिस का स्पेशल स्टाफ का ऑफिस भी है, लेकिन यहां भी जलभराव की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
तस्वीरें बयां कर रही हैं सारी कहानी
हमारे पास इस इलाके की कुछ तस्वीरें हैं जो इस बात का प्रमाण हैं कि यहां की स्थिति कितनी खराब है। ये तस्वीरें साफ तौर पर दिखाती हैं कि कैसे लोग कूड़े के ढेर के बीच रहने को मजबूर हैं।