बिलासपुर सिम्स की स्थित जस की तस, यहां मिले डॉक्टर

04 Jan, 2024
Head office
Share on :

बिलासपुर। एक तरफ हाईकोर्ट सिम्स चिकित्सालय की बदहाल व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार अफसरों को निगरानी का निर्देश दे रहा है, दूसरी तरफ डॉक्टर अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाना नहीं चाहते। तमाम शिकायतों के बावजूद वह निजी अस्पतालों में जाकर प्रैक्टिस करते हैं।

जिले में नर्सिंग होम एक्ट के पालन की जांच करने के लिए एक टीम बनाई गई है जिसमें नोडल अधिकारी डॉक्टर अनिल श्रीवास्तव के अलावा डॉक्टर प्रमोद तिवारी और डॉक्टर सौरभ शर्मा शामिल हैं। बुधवार को निरीक्षण दल ने पाया कि उसलापुर स्थित श्री साईं हॉस्पिटल और दयालबंद के रामकृष्ण हॉस्पिटल में सिम्स के आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राजीव सखूजा नियमित रूप से मरीजों की जांच और ऑपरेशन कर रहे हैं। इसी तरह से सिम्स के सर्जन डॉक्टर विनोद तामश्कन्द मेडिबोन हॉस्पिटल में लगातार सेवा दे रहे हैं।

ज्ञात हो कि सिम्स हॉस्पिटल की व्यवस्था पर न्याय मित्रों, ओएसडी आर. प्रसन्ना और अन्य अधिकारियों ने हाई कोर्ट में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सिम्स में वर्क कल्चर नहीं है। साथ ही यह भी बताया है कि यहां के डॉक्टर निजी प्रैक्टिस करते हैं। इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को निजी अस्पतालों में भर्ती होने के लिए यहां के कई स्टाफ दबाव डालते रहते है। वह तो दोनों डॉक्टरों को कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इसके अलावा अब प्राइवेट नर्सिंग होम की जांच के दौरान यह भी पता लगाया जाएगा कि सिम्स हॉस्पिटल के डॉक्टर वहां सेवाएं तो नहीं दे रहे हैं।

News
More stories
weather update : नैनीताल में कोहरा बढ़ा रहा लोगों की परेशानी, जानें आज का मौसम