नई दिल्ली: गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका के बीच राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई गई है और प्रशासन ने 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. निकासी अभियान आज भी जारी रहेगा. चक्रवात बिपरजॉय एक “बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” में बदल गया है, और इसके गुरुवार दोपहर कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच पहुंचने की संभावना है.
इसके बाद चक्रवात को कमजोर होने की उम्मीद है. लेकिन जैसे-जैसे ये आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे देश के कई राज्यों पर इसका असर देखने को मिल रहा है. चक्रवात के चलते कई राज्यों के तटीय इलाकों में तेज हवाएं और बारिश शुरू हो गई है. आने वाले दिनों में ये मौसमी गतिविधियां और तेज होने की संभावना है.
गुजरात-राजस्थान में बारिश
गुजरात के कई शहरों में तेज हवाओं और बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है. बिपरजॉय के आगे बढ़ने के साथ ही तेज हवाएं और बारिश की गतिविधियां तेज हो रही हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, महुवा, पोरबंदर, ओखा, दीव, सोमनाथ, जामनगर, द्वारका आदि के तटीय क्षेत्रों और भुज, मांडवी, नलिया आदि मे भी तेज बारिश देखने को मिलेगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि बचाव दल चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के मार्ग में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.
आपको बता दें कि अरब सागर में बिपरजॉय चक्रवात 6 जून को उठा था। शुरुआत में इसका असर केरल में देखने को मिला, जब इसकी वजह से मॉनसून में देरी हुई। बिपरजॉय हफ्तेभर तक पाकिस्तान के कराची की ओर बढ़ रहा था, लेकिन फिर ये रास्ता बदलकर गुजरात की और बढ़ने लगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार चक्रवात हवा के दवाब के हिसाब से रास्ता बदलते हैं। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब किसी चक्रवात ने अपना रास्ता बदला हो।