नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना सातवें दिन भी जारी है। बता दें कि 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौनशौषण का आरोप लगाया है, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है। इन सभी का कहना है कि जब तक बृजभूषण शरण सिंह अरेस्ट नहीं होते हैं, तब तक वो यहां से नहीं हटेंगे। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दो FIR दर्ज की थी। इन दर्ज दो मुकदमों में से एक में पॉक्सो एक्ट की धारा भी लगी है, जो कि संवेदनशील श्रेणी में आता है। पॉक्सो एक्ट वो कानून है जो तभी लगाया जाता है जब, शिकायतकर्ता नाबालिग हो।
क्या होता है पॉक्सो एक्ट ?
बता दें, पॉक्सो यानी प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस एक्ट। इस कानून को 2012 में लाया गया था। ये बच्चों के खिलाफ होने वाले यौन शोषण को अपराध बनाता है। ये कानून 18 साल से कम उम्र के लड़के और लड़कियों, दोनों पर लागू होता है। इसका मकसद बच्चों को यौन उत्पीड़न और अश्लीलता से जुड़े अपराधों से बचाना है। इस कानून के तहत 18 साल से कम उम्र के लोगों को बच्चा माना गया है और बच्चों के खिलाफ अपराधों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। पॉक्सो कानून में पहले मौत की सजा नहीं थी, लेकिन 2019 में इसमें संशोधन कर मौत की सजा का भी प्रावधान कर दिया। इस कानून के तहत अगर उम्रकैद की सजा मिलती है तो दोषी को जीवन भर जेल में ही बिताने होंगे। इसका मतलब हुआ कि दोषी जेल से जिंदा बाहर नहीं आ सकता।
मैं अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा, मैं अपराधी नहीं हूं – बृजभूषण शरण सिंह
वहीं, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने खुद पर लगाए गए पहलवानों के आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए हैं वो सारे बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे जनता की वजह से पद मिला है। उन्होंने सवाल पूछा कि अखाड़े में एक ही परिवार क्यों है? ये खिलाड़ियों का धरना नहीं हैं मैं तो बहाना हूं, निशाना कोई और है। सुप्रीम कोर्ट से ऊपर कोई नहीं है।’ बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अगर इन पहलवानों के पुराने बयानों को सुनेंगे तो जनवरी में इन्होंने मांग की थी कि बृजभूषण शरण सिंह अपने पद से इस्तीफा दें… इस्तीफा देना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन अपराधी बनकर के नहीं दूंगा। मैं अपराधी नहीं हूं।
बृजभूषण शरण पर पहले से ही 34 आपराधिक मामले हैं दर्ज
आपको बता दैं भाजपा के कद्दवार नेता के रूप में जाने वाले बृजभूषण शरण सिंह को बीजेपी ने पहली बार 1991 में टिकट दिया था और उस वक्त ही उनके ऊपर करीब 34 आपराधिक मामले दर्ज थे इनमें गैंगस्टर एक्ट से लेकर, आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास जैसे गंभीर धाराओं के मामले शामिल हैं। हांलाकि, इनमें से कई केस अब खारिज हो चुके हैं लेकिन ये सच खुद बृजभूषण भी जानते हैं कि उनके ऊपर क्रिमिनल केस का एक लंबी फाइल चलती आई है। बृजभूषण शरण सिंह गोंडा जिले के कैसरगंज लोकसभा सीट से MP हैं। वो 6 बार सांसद रह चुके हैं तो वहीं उनकी पत्नी केतकी देवी भी एक बार एमपी चुनी गई थीं तो वहीं, उनके बेटे प्रतीक भूषण सिंह भी गोंडा की सदर सीट से विधायक हैं और वो इस सीट पर लगातार दो बार से जीत रहे हैं।
करोड़ो की संपत्ति को मालिक हैं बृजभूषण शरण सिंह
बृजभूषण शरण सिंह की अपने एरिया में अच्छी खासी पैठ है। वो साल 2011 से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर विराजमान हैं। करोड़ों के मालिक बृजभूषण सिंह के नाम पर 54 से अधिक महाविद्यालय, स्कूल और नर्सिंग कॉलेज हैं और इनके पास दो लग्जरी कारें भी हैं। ये एक आलीशान जीवन जीते हैं। इनके पास अपना खुद का हेलीकॉप्टर है। इनके पास करोड़ों का एक घर है जो कि नवाबगंज ब्लॉक के विश्नोहरपुर गांव में स्थित है, जिसमें जिम से लेकर बैडमिंटन कोर्ट शामिल है इसी में आपको अस्तबल और गौशाला भी मिलेगी। ये बात 2019 के लोकसभा चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह द्वारा दिए हलफनामे में सामने आई थी जिसके मुताबिक बृजभूषण शरण सिंह 9 करोड़ 89 लाख के मालिक हैं और वो अपने पास एक पिस्टल भी रखते हैं।