जनसुनवाई में पीड़ित की फफकते हुए आंसू और कांपती आवाज में सुनाई गई यह कहानी किसी फिल्म से कम नहीं लगती, लेकिन यह हकीकत है।
पीड़ित का आरोप:
- पीड़ित का कहना है कि उसके पिताजी के हिस्से में 30 बीघा जमीन थी। उसके चाचा (काका) और उनके बेटों ने मिलकर 18 बीघा जमीन हड़प ली और उसके परिवार के मकान पर कब्जा कर लिया।16 साल पहले, इसी विवाद में उसके भाई की हत्या कर दी गई थी और उसकी भाभी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। उस समय FIR दर्ज नहीं हुई थी और ना ही कोई मेडिकल जांच हुई थी।
अब और भी दर्द:
- हाल ही में, पीड़ित के दूसरे भाई पर भी जानलेवा हमला किया गया था। इस हमले में उसकी भाभी और उसकी पत्नी के साथ भी दुष्कर्म किया गया था। इस घटना से उसकी भाभी डिप्रेशन में आकर अंधी हो गई है। पीड़ित का भाई, जो डॉक्टर सरदाना के यहां ड्राइवर था, वह इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया था, लेकिन जान बच गई। इस घटना के बाद पूरा परिवार डिप्रेशन में आ गया है।
क्या हुआ अब तक?
- पीड़ित ने इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई है, लेकिन डर के मारे पूरा परिवार गांव छोड़कर चला गया है।
यह घटना कई सवाल उठाती है:
- क्या पीड़ित को न्याय मिलेगा?
- क्या आरोपियों को सजा मिलेगी?
- क्या पीड़ित परिवार को सुरक्षा मिलेगी?