कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया ने डिस्लिडेमिया प्रबंधन के लिए दिशानिर्देश जारी किए

04 Jul, 2024
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नई दिल्ली, कार्डियोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीएसआई) ने डिस्लिडेमिया प्रबंधन के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए।

बढ़ती हृदय रोगों को देखते हुए, सीएसआई ने लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और डिस्लिडेमिया (उच्च कोलेस्ट्रॉल) के खतरों के बारे में जागरूक करने पर जोर दिया।

डॉ अश्वनी मेहता

डॉ अश्वनी मेहता, सर गंगा राम अस्पताल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट ने कहा, “आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में, लोग तेजी से हृदय रोगों का शिकार हो रहे हैं। अस्वस्थ आहार और जीवनशैली डिस्लिडेमिया का एक प्रमुख कारण है।”

डॉ मेहता ने लोगों को अपनी डाइट में बदलाव करने की सलाह दी, जिसमें जंक फूड, तले हुए भोजन, चीनी, नमक और मसालों का सेवन कम करना शामिल है।

डॉ जीपीएस साहनी

डॉ जीपीएस साहनी, सर गंगा राम अस्पताल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट ने कहा, “भारत में हृदय रोगों, विशेष रूप से हृदय आक्रमणों में वृद्धि चिंताजनक है। शोध से पता चला है कि उच्च रक्तचाप इसका मुख्य कारण है।”

डॉ साहनी ने लोगों को नियमित रूप से व्यायाम करने, स्वस्थ वजन बनाए रखने और तनाव को प्रबंधित करने के लिए प्रोत्साहित किया।

सीएसआई के दिशानिर्देश में डॉक्टरों को डिस्लिडेमिया के रोगियों के लिए व्यक्तिगत उपचार योजना बनाने की सलाह दी गई है। इसमें जीवनशैली में बदलाव, दवाएं और नियमित जांच शामिल हो सकते हैं।

बीते सर गंगाराम के सीनरी कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर जीपीएस साहनी ने वीडियो से बात करते हुए बताया जिस तरीके से भारत में हार्ट अटैक के के सामने आ रहे हैं उसके बाद हमले इस पर रिसर्च करके देखा कि इसके कारण क्या है तो पता चला की हाइपरटेंशन ब्लड प्रेशर इसका सबसे बड़ा कारण है इन सबको काम करके हम कुछ हद तक हार्ट अटैक की बीमारि से बच सकते हैं।

यह पहल भारत में हृदय रोगों को रोकने और नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

विनोद रस्तोगी

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