झारखंड और उत्तराखंड की प्राचीन संस्कृति पर जोर
जामताड़ा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को नाला विधानसभा क्षेत्र के कुंडहित में आयोजित “परिवर्तन सभा” में हिस्सा लिया। सभा में सैकड़ों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उत्तराखंड की पावन धरती से सभी के बीच आए हैं और कुंडहित क्षेत्र के लोगों के प्यार से ऊर्जा का संचार होता है।
मुख्यमंत्री धामी ने झारखंड भाजपा द्वारा शुरू किए गए अभियान को जारी रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और झारखंड दोनों राज्य अपनी प्राचीन संस्कृति के लिए प्रसिद्ध हैं और दोनों का एक साथ अस्तित्व में आना गर्व की बात है।
धामी ने झारखंड की वन संपदा, प्राकृतिक संसाधन और आदिवासी समाज के साहसिक इतिहास की सराहना की। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ सबसे पहले आवाज आदिवासी समाज ने उठाई थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड राज्य का निर्माण कर आदिवासी समाज के विकास को आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समाज के सम्मान और स्वाभिमान को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें जनजाति गौरव दिवस की घोषणा और आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के लिए संग्रहालयों का निर्माण शामिल है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चल रही योजनाओं जैसे जनधन योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान योजना और पीएम आवास योजना की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं केवल कागजों पर नहीं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी हैं।
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