चीन के LAC पर लगातार निर्माण को लेकर उसकी मंशा साफ नज़र आ रही है. चीन की ओर से किए जा रहे निर्माण कार्यों की वजह LAC के पास रहने वाले लोगों के लिए भी बड़ी परेशानियां खड़ी हो रहीं हैं. रविवार यानी 17 जुलाई भारत और चीन 16वें दौर की बातचीत के लिए आमने सामने आयंगे.
नई दिल्ली: हाल ही में चीन ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर 5G टावर लगा दिए हैं. चीन द्वारा LAC पर लगातर बढ़ रहा निर्माण कार्य साफ देखा जा सकता है. कल यानी 17 जुलाई को लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच 16वें राउंड की वार्ता होगी. कल होने वाली बातचीत भारतीय क्षेत्र में ही होने की खबर सामने आ रही है.
LAC के पास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए चीन के इस बढ़ते निर्माण से आने वाले समय में खतरा पैदा हो सकता है. वहां के लोगों को इस बात का डर है कि जिस तरह चीन की ओर से टनल, ब्रिज और सड़कें बनाई जा रही हैं, कहीं यह उनके लिए भविष्य में मुसीबत पैदा न कर दे. चीन की ओर से किए जा रहे निर्माण को लेकर उसकी मंशा झलक रही है.
चीन को चेतावनी दे चुका भारत
अब तक भारत और चीन 15 बार बातचीत के लिए टेबल पर आ चुके हैं, लेकिन समझौते पर नहीं पहुँच पाए. 15वें राउंड की बातचीत बेनतीजा निकलने के बाद भारत ने चीन को चेतावनी दी कि LAC के प्रबंधन के लिए हुए समझौतों का ईमानदारी से पालन होना चाहिए. आपको बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत और चीन के बीच 1993 और 1996 में हुए समझौतों का ईमानदारी से पालन किया जाना ज़रूरी है. लद्दाख में भारत और चीन के बीच गतिरोध पिछले दो सालों से चला आ रहा है. चीन की इन चालों के कारण लद्दाख भी मुश्किलों से जूझ रहा है.
चीन बड़ा रहा अपनी एक्सेस
बताया जा रहा है कि मीडिया से बातचीत के दौरान काउंसलर Konchok Stanzin कहते हैं कि चीन ने अपनी साइड में पैंगोंग लेक पर 2 पुल बनाए हैं जिससे चीनी सेना की एक्सेस काफी बढ़ जाएगी. ब्रिज बनने से चीन को आर्टिलरी एक्सेस में और आने जाने में भी आसानी हो जाएगी. चीन ने LAC पर 5G टावर लगा दिए हैं जिससे उनका कम्युनिकेशन सिस्टम बहुत बेहतर हो रहा है.
50,000-60,000 सैनिक हैं तैनात
पैंगोंग झील क्षेत्र में हुई हिंसक झड़प के बाद 5 मई, 2020 को भारत और चीन की सेनाओं के बीच भारी गतिरोध शुरू हो गया था. दोनों देशों ने धीरे-धीरे हजारों सैनिकों और हथियारों को लेकर अपनी तैनाती बढ़ा दी. वर्तमान में दोनों देशों के LAC और पहाड़ी इलाकों में 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं.