एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक हिमाचल, चंडीगढ़ से होते हुए सोमवार की रात को दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पहुंचे थे जिसके बाद वही से दिल्ली में दाखिल होना चाहते थे लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें सिंघु बॉर्डर पर ही रोक दिया. दिल्ली में किसी भी तरह के प्रदर्शन की अनुमति नहीं है और बॉर्डर एरिया में धारा 163 के लगे होने का हवाला भी दिया गया है. जिसकी वजह से कोई प्रदर्शन नही कर सकते हैं हालांकि वो अपने साथ आए लोगों के साथ दिल्ली में आना चाहते हैं दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने करीब 150 लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें कुछ महिलाएं भी शामिल बताई जा रही है. यह लोग लद्दाख को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग के लिए प्रदर्शन करने दिल्ली में दाखिल हो रहे थे.
अजगर अली कर्बला यू लद्दाख कांग्रेस चेयरमैन
लेकिन रात से ही दिल्ली के सिंग बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के साथ-साथ एक्शन रैबिट फोर्स सीआरपीएफ सहित पांच एजेंसियां एक्टिव कर दी गई जिसमें लद्दाख से आए एक जाति को जिसमें कुल 150 लोग शामिल थे उन्हें राजधानी दिल्ली के अलग-अलग स्थान में डिटेने किया गया है जिसमें नरेला थाना, नरेला औद्योगिक थाना क्षेत्र, बवाना थाने में डिटेन किया गया है.
वही लद्दाख से आया दूसरा जतथा जो आज करीब सुबह 11:00 बजे सिंघु बॉर्डर पहुंचा उसे जतथा को भी रोक लिया गया जिसमें करीब 75 लोग शामिल थे उन्हें भी डिटेन कर राजधानी दिल्ली के मुंडका थाना, जफरपुर थाने मे डिटेन किया गया है दिल्ली के अंदर धरना प्रदर्शन करने के लिए पहुंच रहे लोगों को लगातार दिल्ली पुलिस डिटेन कर रही है
लोकसभा सांसद हनिफा जान
चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख की जनता से वादा किया था कि लद्दाख को एक राज्य का दर्जा दिया जाएगा साथी वहां पर हो रहे एटमॉस्फेयर के खिलाफ छेड़छाड़ के विरोध में भी लोग दिल्ली आ रहे हैं ताकि वह शांतिपूर्वक तरीके से सरकार से बात कर सके ना तो वहां पर राज्य का दर्जा दिया गया जिसको लेकर वहा के लोकसभा सांसद हनिफा जान जो केक निर्दलीय उम्मीदवार बनाकर जीते थे वह भी लोगों के साथ अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पहुंचे और दिल्ली पुलिस ने उन्हें भी डिटेन कर लिया.
रिपोर्टर प्रदीप सिंह उज्जैन