नई दिल्ली, 10 मई 2024: क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजना को क्रियान्वित करने वाली एजेंसी, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने आज घोषणा की कि दिल्ली-साहिबाबाद आरआरटीएस कॉरिडोर पर ट्रायल रन इस वर्ष की अंतिम तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है। यह परियोजना 2025 तक पूरी होने का लक्ष्य रखती है, जिससे दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के बीच यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।
परियोजना की वर्तमान स्थिति:
- गाजियाबाद खंड (34 किलोमीटर):
- परिचालन में: यह खंड, जिसमें आठ आरआरटीएस स्टेशन हैं, 2023 में परिचालन शुरू कर चुका है।
- मेरठ (दक्षिण) स्टेशन: निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, सुरक्षा निरीक्षण के बाद परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।
- दिल्ली खंड (14 किलोमीटर):
- आरआरटीएस वायाडक्ट: निर्माण तेजी से आगे बढ़ रहा है, 500 मीटर से कम वायाडक्ट इस महीने के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
- ट्रैक बिछाने, इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन और सिग्नलिंग: कार्य प्रगति पर है।
- ट्रायल रन: इस वर्ष की अंतिम तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है।
- पूर्णता: 2025 की पहली तिमाही तक लक्ष्य।
परियोजना के मुख्य लाभ:
- यात्रा समय में कमी: दिल्ली और गाजियाबाद के बीच यात्रा का समय 30-40 मिनट तक कम होगा, जबकि मेरठ से दिल्ली की यात्रा में 1 घंटा कम लगेगा।
- बेहतर कनेक्टिविटी: यह परियोजना दिल्ली मेट्रो और अन्य सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों के साथ सीमलेस कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
- कम प्रदूषण: हाई-स्पीड रेल का उपयोग वायु प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा।
- आर्थिक विकास को बढ़ावा: बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास में योगदान मिलेगा।