दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, 1,46,73,847 वोटर्स हैं। इनमें से 79,86,705 पुरुष और 66,86,081 महिला मतदाता हैं। इसके अलावा ट्रांसजेंडर वोटर्स की संख्या 1061 हैं।
नई दिल्ली: कल दिल्ली नगर निगम चुनाव में 250 सीटों के लिए मतदान होने वाला है। चुनाव आयोग के मुताबिक, एमसीडी चुनाव के लिए 4 दिसंबर को सुबह 8 बजे से शाम 5.30 बजे तक वोट डाले जाएंगे। वहीं इसके नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे।
कल इतने मतदाता डालेंगे वोट
गौरतलब है कि इस बार एमसीडी चुनाव में वार्डों की संख्या कम कर दी गई थी। इससे पहले 272 वार्ड में चुनाव हुए थे। परिसीमन के बाद वार्ड की संख्या घट गई है। इस बार 250 वार्ड में चुनाव होंगे। इसमें से 42 को एससी के लिए रिजर्व किया गया है। इनमें से भी 21 सीट एससी महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। वहीं महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत सीट आरक्षित हैं। दिल्ली नगर निगम में कुल 104 सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, 1,46,73,847 वोटर्स हैं। इनमें से 79,86,705 पुरुष और 66,86,081 महिला मतदाता हैं। इसके अलावा ट्रांसजेंडर वोटर्स की संख्या 1061 हैं।
2017 में आप, कांग्रेस और बीजेपी के हाथ लगी थी इतनी सीटें
आपको बता दें कि साल 2017 के एमसीडी चुनाव में बीजेपी ने 272 वार्डों में से 181 में जीत हासिल की थी। आप 48, कांग्रेस 30 और अन्य 13 सीटें जीतने में सफल रही थीं। वहीं 2012 के नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने 138, कांग्रेस ने 77 और अन्य ने 57 सीटें जीती थीं। गौरतलब है कि दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं लेकिन, एमसीडी के चुनाव सिर्फ 68 विधानसभा सीटों पर होने हैं। चुनाव आयोग ने बताया कि दिल्ली कैंट और दिल्ली विधानसभा एमसीडी से बाहर हैं, इसलिए इन दोनों सीटों पर नगर निगम के चुनाव नहीं होंगे।
आम आदमी पार्टी किन मुद्दों को लेकर नगर निगम चुनाव के लिए उतरी थी ?
दिल्ली नगर निगम में पिछले 15 साल से BJP का शासन है। इसके बाद भी आम लोगों के बीच सड़क, नाली और साफ-सफाई की समस्या बनी हुई है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के पास कूड़े का पहाड़ का मुद्दा सबसे बड़ा था। दिल्ली के इलाकों में कूड़े का मैनेजमेंट और MCD दफ्तर में तरह-तरह के लाइसेंस बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाना भी एक बड़ी समस्या है। आम लोगों के बीच बदलाव और बेहतर सुविधा की उम्मीद AAP को फायदा पहुंचा सकती है।
भाजपा किन मुद्दों को लेकर मैदान में उतरी थी ?
1.बड़ी इलेक्शन मशीनरी और बड़ा संगठनात्मक कौशल।
2. हर बूथ पर पंचपरमेश्वर।
3. चुनाव के समय आरएसएस का हर बूथ पर लगना ।
4. ब्रांड मोदी।
कांग्रेस किन मुद्दों को लेकर मैदान में आई थी?
प्रदूषण, शराब, साफ-सफाई, दिल्ली की यमुना नदी में प्रदूषण जैसे मुद्दों पर दोनों सरकारों को घेरकर कांग्रेस इन मुद्दों को लेकर मैदान में कूदी थी।
Edit By Deshhit News