सीधी, मध्य प्रदेश – जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में हुए आतंकी हमले में सीधी जिले के रामपुर नैकिन क्षेत्र के दिठौरा गांव के निवासी इंजीनियर अनिल शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मंगलवार को दोपहर 3 बजे, मृतक का शव एयर एंबुलेंस के माध्यम से उनके गृह ग्राम दिठौरा पहुंचा, जिससे पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
घटना का विवरण
रविवार की देर रात, आतंकियों ने गांदरबल में सात लोगों की हत्या कर दी, जिनमें अनिल शुक्ला भी शामिल थे। अनिल शुक्ला, जो पहले जेपी प्लांट में कार्यरत थे, कोरोना काल के दौरान जम्मू-कश्मीर में APCCO कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। उनकी मौत के बाद, जम्मू-कश्मीर सरकार ने उनके शव को कंपनी को सौंप दिया। कंपनी ने एयर एंबुलेंस के माध्यम से पहले शव को जम्मू-कश्मीर से दिल्ली और फिर दिल्ली से बनारस भेजा। अंततः, बनारस से एंबुलेंस के माध्यम से शव को दिठौरा गांव लाया गया।
गांव में शोक
शव के गांव पहुंचते ही, पूरे गांव में मातम छा गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। अनिल शुक्ला की बेटी ने कहा कि वह अपने पिता का सपना पूरा करेगी और डॉक्टर बनेगी.
सरकारी सहायता
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अनिल शुक्ला के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। परिजनों ने अनिल शुक्ला को शहीद का दर्जा देने और उनकी पत्नी को नौकरी देने की मांग की है.
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