अंबाला मंडल में 17 अप्रैल से जारी किसान आंदोलन का रेल परिचालन पर गहरा असर पड़ा है। 21वें दिन भी 148 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। रेलवे परिचालन को सामान्य करने और यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए रेलवे प्रशासन रणनीतिक उपाय कर रहा है।
प्रभावित रेल परिचालन:
- रद्द ट्रेनें: 67 ट्रेनों का संचालन पूर्ण रूप से रद्द कर दिया गया है।
- मार्ग परिवर्तन: 69 ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया जा रहा है।
- आंशिक रद्द: 12 ट्रेनों को बीच रास्ते से रद्द कर पुनः संचालित किया गया है।
- विलंब: अनेक ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं।
रेलवे द्वारा किए गए उपाय:
- समयबद्धता बहाली: मालगाड़ियों को रोककर पहले मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को निकाला जा रहा है।
- निगरानी: 24 घंटे रेल लाइन की निगरानी, अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती।
- सुरक्षा: रेल लाइन की नियमित जांच, सुरक्षा व्यवस्था का मजबूतीकरण।
- योजना: कुछ ट्रेनों को रद्द करने की योजना ताकि अन्य ट्रेनें समय पर चल सकें।
- संचार: यात्रियों को अपडेट के लिए वेबसाइट, सोशल मीडिया और हेल्पलाइन का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।
आगामी योजना:
- रेलवे किसानों के साथ बातचीत जारी रखेगा और रेल परिचालन को सामान्य करने का हर संभव प्रयास करेगा।
- रेलवे यात्रियों को असुविधा के लिए खेद व्यक्त करता है और अपडेट के लिए वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म देखने का अनुरोध करता है।
विश्लेषण:
- किसान आंदोलन रेलवे के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
- ट्रेनों की रद्द और विलंब से यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है।
- रेलवे परिचालन को सामान्य करने के लिए ठोस योजना और रणनीति की आवश्यकता है।
- किसानों और रेलवे के बीच शीघ्र समाधान आवश्यक है ताकि रेल परिचालन सुचारू रूप से चल सके।