नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ असम में एफआईआर दर्ज की गई है. वह पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अगुवाई कर हे हैं और पिछले कुछ दिनों से असम में हैं. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के निर्देश पर एफआईआर दर्ज की गई है. राहुल गांधी के अलावा केसी वेणुगोपाल, कन्हैया कुमार और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. पिछले कुछ दिनों से सीएम सरमा और राहुल गांधी के बीच तीखी नोंकझोंक देखी जा रही थी.
अपने तमाम बयान में आज-कल राहुल गांधी सीएम सरमा को “भ्रष्ट” बता रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि उनके नेतृत्व में असम का हाल बेहाल है, जहां युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है और किसान परेशान हैं. उन्होंने आज ही अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि असम में न्याय यात्रा में बाधा डाली जा रही है. साथ ही उन्होंने सीएम सरमा को “भ्रष्ट” करार दिया और कहा कि जब वह लोगों से बात करते हैं तो वे सीएम की शिकायत करते हैं. उन्होंने कहा कि असम में बहुत बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और महंगाई है.
असम के मुख्यमंत्री ने अपने एक एक्स पोस्ट में एफआईआर दर्ज किए जाने की जानकारी दी है. उन्होंने कहा, “कांग्रेस सदस्यों द्वारा आज हिंसा, उकसावे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस कर्मियों पर हमले के अनियंत्रित कृत्यों के संदर्भ में, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, कन्हैया कुमार और अन्य लोगों के खिलाफ धारा 120 (बी) 143/147 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. साथ ही उनपर 188/283/353/332/333/427 आईपीसी आर/डब्ल्यू सेक्शन और पीडीपीपी अधिनियम की धाराएं लगाई गई है.”
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर से शुरू हुई है और फिलहाल असम में है. इस बीच कांग्रेस का आरोप है कि राज्य में यात्रा को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा है. यात्रा पर हमले हुए. पार्टी के पोस्टर फाड़े गए. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने किसी के इशारे पर इन हमलों को अंजाम दिया, जहां वे ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाते भी नजर आए. राहुल गांधी ने आज ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के एक नेता का हाथ दिखाया जो कथित रूप से हिंसा में घायल हो गए थे.