प्रयागराज: सावन मास के पहले सोमवार को संगम नगरी प्रयागराज के शिवालयों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। विश्व प्रसिद्ध मनकामेश्वर महादेव मंदिर में तो मानो श्रद्धालुओं का तांता ही लग गया हो। सुबह से ही भक्त भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए लाइन में लग रहे हैं।
मनकामेश्वर महादेव मंदिर:
प्राचीन मान्यता है कि भगवान राम ने भी यहां काम को भस्म किया था, इसलिए इसे कामेश्वर तीर्थ भी कहा जाता है। मंदिर के महंत ब्रह्मचारी श्री धरानंद महाराज के अनुसार, पूरे सावन मास में मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रहती है। विशेषकर सोमवार, प्रदोष और नागपंचमी को यहां भक्तों का तांता लगा रहता है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम:
प्रशासन ने मंदिर में भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पुलिस बल तैनात किया गया है।
शिवभक्तों का उत्साह:
सावन मास को भगवान शिव को समर्पित महीना माना जाता है। इस वर्ष प्रथम सोमवार को भक्तों का उत्साह चरम पर देखा गया। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। भक्तों ने गंगा जल, बेलपत्र, दूध आदि से भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
विशेष व्यवस्था:
जो भक्त प्रयागराज नहीं आ पा रहे हैं, वे भी वर्चुअल रूप से रुद्राभिषेक कर सकते हैं। मंदिर प्रशासन ने इसके लिए विशेष व्यवस्था की है।
श्रद्धालुओं की भावनाएं:
भक्तों का मानना है कि भोलेनाथ की कृपा से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वे सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करके आशीर्वाद ले रहे हैं।
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रिपोर्ट विमल श्रीवास्तव