चंडीगढ़: पंजाब भर में खाद्य निरीक्षकों ने अपने विभाग के डीएफसी कार्यालयों के सामने धरना दिया है। यह धरना पिछले डेढ़ साल से चल रही उनकी मांगों को लेकर किया गया है, जिनमें चौकीदारों की पुनर्नियुक्ति और डेटा कंप्यूटर ऑपरेटरों के बकाया भुगतान शामिल हैं।
धरने का कारण
खाद्य निरीक्षकों का कहना है कि वे पिछले डेढ़ साल से चंडीगढ़ कार्यालय में धरना दे रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। निरीक्षकों ने बताया कि उनके साथ धक्का-मुक्की की जा रही है और किसी भी अधिकारी ने उनकी बात नहीं सुनी है। इस कारण से आज पंजाब के सभी खाद्य निरीक्षकों ने अपने-अपने विभाग के अधिकारियों के दरवाजे के सामने धरना दिया है।
मुख्य मांगें
- चौकीदारों की पुनर्नियुक्ति: निरीक्षकों की मांग है कि चौकीदारों को गोदामों से हटाया जाए और उनकी दोबारा नियुक्ति की जाए।
- डेटा कंप्यूटर ऑपरेटरों का बकाया भुगतान: निरीक्षकों का कहना है कि डेटा कंप्यूटर ऑपरेटरों का बकाया भुगतान अब तक नहीं मिला है, जिसके कारण उन्हें धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
प्रतीकात्मक धरना
निरीक्षकों ने कहा कि उन्होंने अपना काम पूरा करने के बाद ही धरने पर बैठने का निर्णय लिया ताकि आम लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने इसे एक प्रतीकात्मक धरना माना है और चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो विरोध का यह रूप और भी तेज हो जाएगा। निरीक्षकों ने कहा कि वे लगभग सारा काम बंद करके दफ्तरों और चंडीगढ़ की ओर मार्च करेंगे।
सफाईकर्मियों की समस्या
इंस्पेक्टर बंसल ने बताया कि दफ्तरों में सफाईकर्मियों का बकाया भी अब तक बंद कर दिया गया है, जिसके चलते वे काम नहीं कर रहे हैं और कार्यालय की सफाई नहीं हो रही है।