नई दिल्ली: अडानी ग्रुप एक और बड़ी डील करने जा रहा है। पहले से ही पोर्ट और एयरपोर्ट पर दबदबा रखने वाले गौतम अडानी अब रेलवे का रुख कर रहे हैं। उद्योगपति गौतम अडानी अब रेलवे सेक्टर में भी धमाल मचाने की तैयारी कर रहे हैं। अडानी ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म को खरीदने की तैयारी कर रहे हैं। मौजूदा वक्त में देश की सबसे बड़ी पोर्ट और एयरपोर्ट ऑपरेटर करने वाले अडानी ग्रुप ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म में 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी कर रहे हैं।
अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज रेल टिकट बुकिंग सेगमेंट में बड़ा निवेश करने जा रही है। अडानी ग्रुप ने रेलवे सेक्टर में अपना सिक्का जमाने की बड़ी शुरुआत ऑनलाइन रेलवे टिकट बुकिंग के जरिए की है। गौतम अडानी की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज स्टार्क एंटरप्राइजेज (SEPL) में 100% हिस्सेदारी खरीदने जा रही हैं। आपको बता दें कि स्टार्क एंटरप्राइजेज ऑनलाइन ट्रेन बुकिंग प्लेटफॉर्म ट्रेनमैन का संचालन करती है। हालांकि ये डील कितने में हुई है, इसकी जानकारी अभी मिल नहीं सकी है।
इस ऑल-इन-वन ट्रेन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म के जरिए ट्रेन टिकट बुकिंग के अलावा आप PNR स्टेटस, कोच की पोजिशन, ट्रेन का लाइव स्टेटस और सीट की अवेलेबिलिटी जैसी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
इस डील के तहत अब ट्रेनमैन अडानी ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी अडानी डिजिटल लैब का हिस्सा बनेगी। अडानी डिजिटल लैब, गौतम अडानी का फ्यूचर बिजनेस प्लान है।
अडानी ग्रुप स्टार्क एंटरप्राइजेज की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने जा रही है। ये कंपनी ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग करने वाले ट्रेनमैन (Trainman) प्लेटफॉर्म को ऑपरेट करती है। आपको बता दें कि ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग के लिए IRCTC सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म हैं। अब इस सेक्टर में अडानी के उतरने से चुनौती और बढ़ेगी। ट्रेनमैन प्लेटफॉर्म आईआरसीटीसी से ऑथराइज्ड ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म है। इसकी शुरुआत आईआईटी पासआउट विनीत चिरानिया और करन कुमार ने की थी। कंपनी का हेड ऑफिस गुरुग्राम है।
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग के हमले के बाद अडानी के लिए ये डील काफी महत्वपूर्ण है। इस रिपोर्ट के बाद अडानी समूह को बड़ा झटका लगा था। इस रिपोर्ट के बाद अडानी समूह ने बिजनेस के विस्तार और अधिग्रहण योजनाओं को टाल दिया था। अडानी की पेट्रोकेमिकल्स एक्सपेंशन स्कीम, मुंद्रा में कोल-टू-पॉलीविनाइल क्लोराइड प्रोजेक्ट को भी फिलहाल टाल दिया गया था। ऐसे में ये डील बूस्टर का काम करेगी।