स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ के दौरान लोगों को पानी से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए एडवाईजऱी जारी

12 Jul, 2023
Head office
Share on :

स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ के दौरान लोगों को पानी से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए एडवाईजऱी जारी

चंडीगढ़, 12 जुलाई: राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने के मद्देनजऱ, पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आज लोगों को पानी से होने वाली या वैकटर-बोर्न बीमारियों से बचाने के लिए स्वास्थ्य एडवाईजऱी जारी की गई है। पानी इक_ा होने के कारण ऐसीं बीमारियाँ फैलने की संभावना बढ़ जाती है।


एडवाईजऱी के बारे जानकारी देते हुये डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आदर्शपाल कौर ने बताया कि ऐसी कुदरती आपदाओं के दौरान लोगों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर समय यत्नशील है और विभाग की तरफ से प्रभावित क्षेत्रों में 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।


लोगों को एडवाईजऱी की पूरी तरह पालना करने की अपील करते हुये उन्होंने कहा कि पीने के लिए सिर्फ़ सुरक्षित पानी का ही प्रयोग करना चाहिए और प्राथमकिता के तौर पर उबाला हुआ पानी ही इस्तेमाल करना चाहिए। संक्रमण से बचने के लिए बार-बार साबुन के साथ हाथ धोना ज़रूरी है।


एडवाइजरी में बताया गया है कि बाढ़ के पानी में भीगे भोजन पदार्थों का प्रयोग नहीं करनी चाहिए। यदि किसी को बुख़ार या दस्त लग जाते हैं, तो उनको मैडीकल कैंपों समेत सरकारी स्वास्थ्य सहूलतों में दिखाना चाहिए और ख़ुद इलाज नहीं करना चाहिए। यदि किसी क्षेत्र में किसी छूत की बीमारी के अधिक केस ( भाव एक ही इलाके में छूत की बीमारियों के 3 से अधिक केस) सामने आते हैं, तो तुरंत नज़दीकी स्वास्थ्य सुविधा को सूचित किया जाना चाहिए।


एडवाइजरी में आगे लिखा गया है कि बाढ़ के दौरान दूषित पानी और कीड़े-मकौड़ों के काटने के कारण आमतौर पर चमड़ी की बैकटीरियल संक्रमण हो जाता है और ऐसे संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को रबड़ के बुट और पूरी बाज़ूओं वाले कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। किसी भी किस्म के इलाज के लिए नज़दीकी स्वास्थ्य देखभाल सुविधा में जाना चाहिए।


विभाग की तरफ से बाढ़ के पानी में न घुसने की भी सलाह दी गई है क्योंकि बाढ़ के दौरान साँप का डसना भी आम बात है। यदि आपको पानी में दाखि़ल होने की ज़रूरत है, तो लम्बे बुट डालो। साँप के डसने की स्थिति में, मरीज़ को जल्द से जल्द नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाओ।
डा. आदर्श पाल ने सम्बन्धित अधिकारियों को वैकटर-बोर्न बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए लारवीसाईड का छिडक़ाव करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के मुख्य दफ्तरों की टीम की तरफ से सभी कामों की हर पल निगरानी की जा रही है।

News
More stories
राज्यपाल ने उत्तराखण्ड विधानसभा के नवनिर्मित पुस्तकालय एवं नवीन वेबसाइट का लोकार्पण किया।