कोटा, राजस्थान: 17 जुलाई 2024 को श्रीराम रंगमंच पर 131वें दशहरा मेला 2024 का शुभारंभ धूमधाम से हुआ।
श्रीराम रंगमंच पर 17 जुलाई 2024 को प्रातः 8:30 बजे विधिवत गणेश पूजन किया गया और 131वें दशहरा मेला 2024 का शुभारंभ हुआ। इस आयोजन में नगर निगम कोटा उत्तर एवं दक्षिण के अधिकारी और कर्मचारियों ने दूरी बनाई, जबकि मेले की परंपरा को निभाने के लिए मेला समिति के सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस शुभ अवसर पर उपस्थित रहे प्रमुख पार्षदों में नगर निगम कोटा उत्तर की महापौर व मेला अध्यक्ष मंजू मेहरा, नगर निगम कोटा दक्षिण के उप महापौर पवन मीना, इसरार मोहम्मद, चेतना माथुर, अनुप कुमार अन्नू, उषा ठाकुर, सुमन पेसवानी, मोहन नंदवाना, सपना भूट, नंदकिशोर, ललित, निशा गौतम, जमना बाई, महेंद्र वर्मा, बीरबल लोढ़ा, सुनील शर्मा, बशीर भाई, राजेंद्र सुवालका, शीतल मीना, दुष्यंत सिंह, नरेंद्र केठोलिया, कौशल्या सैनी और विनोद गौतम शामिल थे।
महापौर मंजू मेहरा ने कहा कि
“गणेश पूजन के साथ 131वें दशहरा मेले का शुभारंभ हमारे सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह मेला न केवल हमारे इतिहास और परंपरा को जीवित रखता है, बल्कि समाज में भाईचारे और एकता का संदेश भी फैलाता है। नगर निगम कोटा उत्तर और दक्षिण के सभी कर्मचारियों और पार्षदों का सहयोग सराहनीय है।”
उप महापौर पवन मीना ने कहा कि
“इस वर्ष का दशहरा मेला विशेष है, क्योंकि इसमें कई चुनौतियों के बावजूद मेला समिति के सदस्यों ने अपने स्वयं के खर्चे पर गणेश स्थापना का निर्णय लिया। यह हमारी सांस्कृतिक परंपरा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और प्रेम को दर्शाता है। हमें गर्व है कि हम इस परंपरा को जीवित रख पाए हैं।”
मेला अध्यक्ष मंजू मेहरा द्वारा दोनों नगर निगम के आयुक्तों को पूर्व में दो बार यू नोट लिखकर गणेश पूजन करने के आदेश दिए गए थे, परंतु दोनों आयुक्तों ने किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं की। इसके परिणामस्वरूप, 130 वर्षों से चली आ रही परंपरा खटाई में आ गई। इस चुनौती के बावजूद, मेला समिति के सदस्यों ने पूर्व संध्या को बैठक कर अपने स्वयं के खर्चे पर गणेश स्थापना का निर्णय लिया।
इस प्रकार, 131वां दशहरा मेला 2024 एक नई शुरुआत के साथ शुभारंभ हुआ, जिसमें सभी ने मिलकर अपनी परंपरा और संस्कृति को बनाए रखने का संकल्प लिया।