मणिपुर में विधायक दल की बैठक में बीरेन सिंह को नेता चुने जाने का फैसला हुआ. इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद थे
नई दिल्ली: हाली ही में मणिपुर के चुनाव होने के बाद जब उसके परिणाम आये तो भाजपा को वहां पर प्रचंड बहुमत मिला था. तब से अब तक सरकार बनाने कि प्रक्रिया चल रही थी. कयास ये भी लगाये जा रहे थे एन.बीरेन के अलावा भी मुख्यमंत्री कि दौड़ में और भी थे लेकिन इसके बावजूद इस दौड़ में सबसे ज्यादा एन.बीरेन सबसे आगे थे. अब जब एन.बीरेन सिंह को विधायक दल कि बैठक में सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिए गया है. इससे ये साफ़ हो गया है कि मणिपुर के अगले मुख्यमंत्री एन. बीरेन ही होंगे.
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विधायक दल की बैठक में जब एन.बीरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया था और ये साफ़ हो गया कि एन.बीरेन मणिपुर के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे. इसके बाद केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये सभी की सर्वसम्मति से लिया गया एक अच्छा निर्णय है. अब ये सुनिश्चित करेगा कि मणिपुर में एक स्थिर और जिम्मेदार सरकार हो जो आगे राज्य का विकास करेगी. वैसे पीएम मोदी के नेतृत्त्व ने हमेशा पूर्वोत्तर के राज्यों पर विशेष ध्यान दिया है. वहीं दूसरी ओर विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद बीरेन सिंह ने भी सभी विधायकों और केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया.
बीजेपी ने चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल किया है. 10 मार्च को नतीजों के बाद से ही बीजेपी के अंदर गुटबाजी की खबरें आ रही थीं. मामले की गंभीरता को देखते हुए 15 मार्च को बीरेन सिंह, विश्वजीत सिंह और शारदा देवी को दिल्ली बुलाया गया था, जिसके बाद से ही सीएम फेस को लेकर सस्पेंस बरकरार था. लेकिन अब विधायक दल कि मीटिंग के बाद केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने ANI से बात करते हुए कहा कि अब मणिपुर के मुख्यमंत्री एन.बीरेन ही बनेंगे.
इस बार मणिपुर में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 28 फरवरी और 5 मार्च को हुआ था. बीजेपी को राज्य में 32 सीटों पर जीत मिली है. उसे पिछली बार से इस बार के मुकाबले 11 सीटों का लाभ हुआ है बीजेपी को वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में 21 सीटें मिली थी. जिससे वह अपने बलबूते पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं थी. इसलिए बीजेपी ने नेशनल पीपुल्स पार्टी, नगा पीपुल्स फ्रंट, लोक जनशक्ति पार्टी के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई थी.
मणिपुर में विधायक दल की बैठक में बीरेन सिंह को नेता चुने जाने का फैसला हुआ. इस बैठक में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद थे. संबित पात्रा और भूपेंद्र यादव भी बैठक में उपस्थित थे.