रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है. आज (20 दिसंबर) विधेयकों और अन्य सरकारी कामकाज पर सहमति बनेगी। इसके अलावा कल गुरुवार (21 दिसंबर) को झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी कार्य दिवस है. इस दिन एनजीओ संकल्प के साथ सरकार अपना बयान भी पेश करेगी. सदन के सभी सदस्यों की निगाहें हेमंत सोरेन के जवाब पर रहेंगी.
सदन में कई विधेयक किए जाएंगे पेश
आज, बुधवार को भी सदन में शोर के आसार है. इस बीच सदन में कई विधेयक पेश किए जाएंगे. खतियान आधारित झारखंडी पहचान से संबंधित विधेयक सदन के पटल पर रखा जाएगा. विधानसभा से यह विधेयक पहले भी पारित कर राज्यपाल को भेजा गया था. लेकिन राज्यपाल ने अपने संदेश के साथ विधेयक को लौटा दिया था. सरकार ने संकेत दिए हैं कि विधेयक फिर से उसी रूप में लाया जाएगा. इसके साथ सदन में आंदोलनकारी परिवार के एक सदस्य को नौकरी में पांच प्रतिशत आरक्षण से संबंधित विधेयक भी लाया जाएगा. साथ ही प्रज्ञान विश्वविद्यालय से जुड़ा विधेयक भी पटल पर रखा जाएगा.
1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति को सदन में आने से पहले इस पर सियासत जारी है. बता दें कि वर्ष 2022 में झारखंड विधानसभा से पास बिल को राजभवन से लौटाए जाने के बाद राज्य सरकार के द्वारा इसमें आंशिक संशोधन कर 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति सदन के पटल पर रखने की तैयारी की गई है. सत्ता पक्ष जहां इस बिल को सदन से पास करा कर जनता का विश्वास जीतने की कोशिश में है. वहीं, विपक्ष सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करने में जुटा है.
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