राजस्थान का करौली शहर हिंसा की आग में जल रहा है। यहां हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष में बाइक रैली निकाली जा रही थी जिसके बाद कुछ उपद्रवियों ने अचानक ही लोगो पर पथराव शुरू कर दिया माहोल इतना तनावपूर्ण हो गया की वाहनों, दुकानों व घरों में भी आग लगा दी गई।
राजस्थान पुलिस के सिपाही नेत्रेश शर्मा ने दिखाई दरियादिली
नई दिल्ली: इसी दौरान राजस्थान पुलिस कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा का वो रूप देखने को मिला जिसकी उम्मीद पुलिस से हर कोई करता है। कांस्टेबल नेत्रेश ने आग की लपटों से गिरी बच्चे को बचाने के लिए खुद की जान दांव पर लगा दी।
करौली में दंगा होने के दौरान दुकानों में आग लगा दी गई। दुकानों के बीच एक मकान धू धू कर जल रहा था। उसमें चार साल के बच्चे के साथ महिलाएं फंसी हुई थीं। आग विकराल होती देख सभी जीने की उम्मीद छोड़ चुके थे।
तभी आग की लपटों में घिरे मकान में करौली कोतवाली पुलिस थाने में तैनात कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा देवदूत बनकर पहुंचे। 31 वर्षीय नेत्रेश शर्मा ने अपनी जान जोखिम में डालकर सभी की जान बचाई। करौली कांस्टेबल शर्मा बच्चे को कपड़े में लपेटकर गोद में उठाकर सुरक्षित बाहर लाए। जैसा की आप तस्वीरो में देख सकते है .
दरअसल, करौली शहर में हिंदू संगठनों की ओर से दोपहर को बाइक रैली निकाली जा रही थी। शाम पांच बजे रैली करौली के हटवाड़ा बाजार पहुंची थी। तभी किसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते पत्थर फेंके जाने लगे।
करौली हिंसा में 36 लोग घायल हिंसा को देखते हुए करौली में कर्फ्यू लगाना पड़ा।पथराव में 36 लोग घायल हुए। एक को गंभीर चोटें लगीं। इलाके में नेट भी किया गया। 36 दुकानें फूंक दी गई। 70 से ज्यादा मोटरसाइकिलों के आग लगा दी गई।
चार आईपीएस जयपुर से भेजे
करौली में स्थिति तनावपूर्ण होने पर राजस्थान सरकार ने पांच आईपीएस समेत 600 पुलिसकर्मी जयपुर से करौली भेजे। पूरे मामले की जांच के एसआईटी गठित की गई है। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि उपद्रव करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
2013 में कांस्टेबल बने नेत्रेश शर्मा
बता दें कि राजस्थान पुलिस कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा की बहादुरी के चर्चे चारोओर हो रहे हैं। नेत्रेश शर्मा साल 2013 में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुए थे। साल 2018 से करौली कोतवाली में कार्यरत हैं।
सीम अशोक गहलोत ने भी पुलिस की सेवा करते करमचारियों को सराहा और कांस्टेबल नेतेंद्र शर्मा को आग की लपटों के बीच दौड़ते हुए तीन जिंदगियां को बचने के लिए बेहतरीन तोहफा भी दिया है
CM अशोक गहलोत ने कांस्टेबल नेतेंद्र शर्मा का प्रमोशन करते हुए कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल का दर्जा दिया है, साथ ही राजस्थान पुलिस के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से हेड कांस्टेबल नेतेंद्र शर्मा की बहादुरी की तस्वीर भी साझा की है .