नई दिल्ली: ‘द करेला स्टोरी’ की तरह फिल्म ‘फरहाना’ भी विवादों में घिरती नजर आ रही है। फिल्म ‘फरहाना’ की एक्ट्रेस ऐश्वर्या राजेश के चेन्नई स्थित आवास के बाहर स्टालिन की पुलिस तैनात की गई है। बताया जा रहा है कि लगातार विभिन्न संगठनों के आक्रामक रुख से परेशान मुख्य भूमिका निभा रही तमिल अभिनेत्री ऐश्वर्या राजेश की सिक्योरिटी बढ़ाई गई है। धमकी को लेकर एक्ट्रेस ने अपनी फिक्र भी जाहिर की और कहा कि ये धर्म से इतर महिलाओं के सेल्फ Dependent होने की कहानी है। मैं इस किरदार को जरूर निभाती, फिर चाहें वह हिंदू या ईसाई ही क्यों न हो। धर्म का एंगल मेरे लिए कोई बाधा नहीं रहा है।
कुछ कट्टरपंथी संगठनों के निशाने पर हैं ‘फरहाना’
बढ़ते विवाद के बीच फिल्म मेकर्स ने भी एक बयान जारी किया था और अपना पक्ष रखते हुए कहा था – ‘फरहाना’ किसी धर्म विशेष के विरुद्ध नहीं है। मेकर्स ने कहा,’हमारी फिल्मों ने धार्मिक सद्भावना, सामाजिक समरसता और प्यार के बारे में बात की है। ये किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है। ‘बताजा जा रहा है कि फिल्म कुछ कट्टरपंथी संगठनों के निशाने पर हैं। जो मान रहे हैं कि ये मुस्लिम समाज की नकारात्मक छवि दिखाती है। इंडियन नेशनल लीग (INL) सहित कुछ मुस्लिम संगठनों ने इस फिल्म को ‘इस्लामिक विरोधी’ करार दिया है। ‘फरहाना’ में जीतन रमेश, किट्टी, अनुमोल और ऐश्वर्या दत्ता भी हैं। सेल्वराघवन भी कैमियो रोल में हैं और फिल्म में संगीत जस्टिन प्रभाकरन का है। बता दें, नेल्सन वेंकटेशन ने फिल्म ‘फरहाना’ को डायरेक्ट किया है।
‘द केरला स्टोरी’ को लेकर जम्मू-कश्मीर में दो गुटों में हुई झड़प
वहीं, आपको बता दें, बीते दिनों जम्मू-कश्मीर में एक छात्रावास में ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म को लेकर दो समूहों के बीच हुई मारपीट में मेडिकल का एक छात्र घायल हो गया। जिसके बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की गई। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि रविवार देर रात हाथापाई तब शुरू हुई, जब एक छात्र ने प्रथम वर्ष के छात्रों के एक आधिकारिक सोशल मीडिया ‘ग्रुप’ में फिल्म का लिंक साझा किया। जिस पर उसके एक सहपाठी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ‘ग्रुप’ केवल शैक्षणिक कार्यों के लिए है। आपत्ति जताने वाले छात्र के साथ छात्रावास के अंदर कथित तौर पर मारपीट की गई, जिसके बाद बाहर के कुछ लोगों के साथ अन्य छात्रों ने हंगामा किया।
‘द केरल स्टोरी’ फिल्म कोई पवित्र गाथा नहीं है – छात्र
बताया जा रहा है कि कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि एक दक्षिणपंथी समूह के सदस्यों को बाहर से छात्रावास में लाया गया, जिन्होंने धार्मिक नारे लगाए और एक छात्र पर धारदार वस्तु से हमला किया। जिससे उसके सिर में चोट लग गई। पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद बाहर से आए लोग वहां से भाग गए। इसके बाद छात्रों के एक समूह ने अपनी कक्षाओं का बहिष्कार किया और जीएमसी अस्पताल के बाहर इकट्ठा होकर मामले की जांच तथा दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की। वहीं, एक छात्र ने कहा, ‘यह शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का जानबूझकर किया गया प्रयास था। ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म कोई पवित्र गाथा नहीं है। विवादास्पद फिल्म को लेकर लोगों की अलग-अलग राय है।’