पिछली शताब्दी के महापुरुष महात्मा गांधी थे, नरेंद्र मोदी इस शताब्दी के युग पुरुष हैं- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने की प्रधानमंत्री की तारीफ

28 Nov, 2023
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Vice President of India Jagdeep

मुंबई में भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने श्रीमद राजचंद्र जयंती- ‘आत्मकल्याण दिवस’ पर अयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और श्रीमद राजचंद्र जी की  प्रतिमा का अनावरण किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए धनखड़ ने कहा यहां आकर मैं धन्य हो गया। गुरुदेव राकेश जी का आशीर्वाद सदैव मेरी स्मृति में रहेगा।

मुंबई: उपराष्ट्रपति ने कहा पिछली शताब्दी के महापुरुष महात्मा गांधी थे और इस शताब्दी के युग पुरुष नरेंद्र मोदी हैं, महात्मा गांधी ने सत्याग्रह और अहिंसा से हमें अंग्रेजों की गुलामी से छुटकारा दिलाया था और भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को उस रास्ते पर लाए हैं जिस रास्ते पर हम सदियों से देश को देखना चाहते थे उन्होंने आगे कहा कि इन दोनों महानुभावों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में एक समानता है और वह समानता यह है कि ये दोनों ही लोग श्री राजचंद्र जी का हृदय से सम्मान करते हैं। राजचंद्र जी जितना महत्वपूर्ण व्यक्तित्व इतिहास में मिलना मुश्किल है।

उन्होंने आगे कहा कि श्रीमद राजचन्द्र मिशन लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं, लोगों का जीवन बदल रहा है इसमें कोई संदेह नहीं है यह मिशन मानव कल्याण के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। भारत सदियों से महापुरुषों की जननी रहा है। भारत विश्व संस्कृति का केंद्र है। भारत की सभ्यता 5000 वर्षों से भी प्राचीन है दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है जिसकी सभ्यता इतनी प्राचीन और समृद्ध हो जितना कि हमारे देश की। उन्होंने कहा कि आज के दिन की खासियत देखिए श्रीमद् राजचंद्र जी की जयंती, कार्तिक पूर्णिमा और प्रकाश पर्व इन तीनों का एक दिन पर मिलन हमारी सांस्कृतिक गहराई को इंगित करता है।

पिछली शताब्दी के महापुरुष थे महात्मा गांधी, इस शताब्दी के युगपुरुष नरेन्द्र  मोदी: उपराष्ट्रपति

धनखड़ ने कहा, ‘मैं आपलोगों को एक बात बताना चाहता हूं. महात्मा गांधी पिछली सदी के महापुरुष थे. नरेन्द्र मोदी इस सदी के युगपुरुष हैं.’ उन्होंने श्रीमद राजचंद्रजी की एक भित्तिचित्र का भी अनावरण किया.

श्रीमद राजचंद्रजी का जन्म 1867 में गुजरात में हुआ था और 1901 में उनकी मृत्यु हो गई थी. उन्हें जैन धर्म पर उनकी शिक्षाओं और महात्मा गांधी के आध्यात्मिक मार्गदर्शन के लिए जाना जाता है. धनखड़ ने कहा, ‘दो महान हस्तियों- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में एक बात समान है. उन्होंने श्रीमद राजचंद्रजी को प्रतिबिंबित किया है.’

उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए गए स्वच्छता अभियान और महिलाओं को प्रदान किए गए आरक्षण का जिक्र करते हुए कहा यदि आज राजचंद्र जी और महात्मा गांधी जी साक्षात रूप में उपस्थित होते तो वे भी इन कार्यक्रमों की सराहना करते। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण से समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगा उन्हें उनका अधिकार मिलेगा।

धनखड़ ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने एक बहुत महान काम किया है अमृत काल में उन सब लोगों को ढूंढ निकला है जिन लोगों ने देश की आजादी के लिए त्याग और बलिदान किया। भारत की दुनिया में आज एक अलग पहचान है, भारत 140 करोड़ की जनसंख्या वाला एक प्रतिभाशाली देश है।

धनखड़ ने कहा जो लोकतंत्र का मंदिर डिबेट, चर्चा और विचार विमर्श की परंपराओं से फलने-फूलने चाहिए वहां शोर-शराबा और व्यवधान होता है। राष्ट्रपति ने संविधान सभा का जिक्र करते हुए कहा कि जब संविधान का निर्माण हुआ संविधान सभा में तीन साल तक बहस चली, चर्चा हुई वहां बहुत से विभाजनकारी मुद्दे थे लेकिन किसी भी प्रकार का शोर-शराबा नहीं हुआ, हंगामा नहीं हुआ, कोई वेल में नहीं आया, किसी ने प्लेकार्ड नहीं दिखाए।

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