नई दिल्ली: 29 मई को जंतर-मंतर से धरना खत्म किए जाने के दो दिन बाद पहलवानों ने अपने मेडलों को गंगा में बहा देने की बात कही, रियो ओलंपिक 2016 की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक बयान में कहा कि पहलवान मंगलवार को शाम छह बजे पदकों को पवित्र नदी में प्रवाहित करने के लिए हरिद्वार जाएंगे। पहलवानों के इस निर्णय पर अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया सामने आई है।
पूजा पाठ तभी होती है जब मानवता की पूजा हो – ममता बनर्जी
सीएम ममता बनर्जी ने पहलवानों के मेडल बहाने के ऐलान पर कहा, ”वो इस पर कुछ नहीं कह सकती हैं, ये उनका अपना निर्णय है। खिलाड़ियों के साथ इतना अत्याचार हुआ, पहलवानों को मारा भी गया, सुप्रीम कोर्ट के कहने के बाद बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर हुई लेकिन वो अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ, पूजा पाठ तभी होती है जब मानवता की पूजा हो।”
देश का सम्मान लूट गया है
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि हमारे पहलवानों के साथ इतनी मारपीट हुई है कि देश का सम्मान लूट गया है, मैंने पहलवानों से दोपहर में बात की और उन्हें कहा कि हम आपके साथ हैं,’ बनर्जी ने बताया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री को बोला है कि वो पहलवानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मार्च निकालें।
गंगा में बहने के बाद हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे – पहलवान
साक्षी मलिक ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक बयान में कहा,‘‘पदक हमारी जान हैं, हमारी आत्मा हैं, हम इन्हें गंगा में बहाने जा रहे हैं क्योंकि वह गंगा मां है, इनके गंगा में बहने के बाद हमारे जीने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा, इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे, साक्षी की साथी पहलवान विनेश फोगाट ने भी इसे शेयर किया।