नई दिल्ली: 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बता दें कि इससे पहले 13 अप्रैल को ही उसके तीसरे बेटे असद अहमद और उसके सहयोगी शूटर गुलाम के शव को दफना गया था। शनिवार देर शाम जिस तरह से तीन शूटरों ने सरेआम अतीक-अहमद हत्याकांड को अंजाम दिया। उसके बाद से ही राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। आइए आपको बताते है अतीक अहमद और अशरफ की मौत पर पक्ष- विपक्ष के नेताओं ने क्या कहा?
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क्या चल रहा है देश में, जिसको मर्जी मार दो, जिसको पीछे चाहो सीबीआई, ईडी लगा दो – ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अतीक अहमद की पुलिस कस्टडी पर हुई हत्या को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “मैं किसी तरह से अपराध के पक्ष में नहीं हूं, लेकिन जो हुआ और भाजपा के राज में जो हो रहा है वह गलत है। कोई न्यायिक हिरासत में है और बाहर जाता है तो उसे मार दिया जाता है। क्या चल रहा है देश में, जिसको मर्जी मार दो, जिसको पीछे चाहो सीबीआई, ईडी लगा दो। कोई चॉकलेट बम भी फटता है तो एनआईए की टीम भेज देते हैं।”
उत्तर प्रदेश में जंगलराज चल रहा है – महबूबा मुफ्ती
पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर जम्मू कश्मीर की महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ये एक साजिश का इशारा करता है। PDP मुखिया महबूबा मुफ्ती ने कहा, “अतीक अहमद कोई फरिश्ता तो नहीं था लेकिन पुलिस कस्टडी में इस तरह से हत्या होना इससे लगता है। जो हुआ उससे साफ है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज चल रहा है। मुफ्ती ने आगे कहा कि हाल ही में सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले में बरती गई लापरवाही, उसे छुपाने की कोशिश और भ्रष्ट्राचार पर अहम खुलासे किए हैं। ऐसा भी लगता है कि इन बातों से ध्यान हटाने के लिए इसी कड़ी में अतीक और उसके भाई की हत्या हुई है।
ऐसा लगता है कि कुछ लोग जानबूझकर भय का माहौल बना रहे हैं – अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या के बाद समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है कि जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या? उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ लोग जानबूझकर भय का माहौल बना रहे हैं। इससे पहले अखिलेश यादव ने गुरुवार को अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद के एनकाउंटर पर भी सवाल उठाए थे। बता दें कि झांसी में 13 अप्रैल को अहमद का बेटा असद और उसका एक साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे गये थे। दोनों के शव को शनिवार सुबह दफनाया गया था। अतीक अहमद पूर्व में समाजवादी पार्टी से सांसद और विधायक रह चुका था।
दोनों की हत्या योगी के कानून व्यवस्था की नाकामी है – असदुद्दीन ओवैसी
AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ के सिस्टम का क्या काम? उन्होंने कहा, ”अतीक और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियां लगी हुई थीं। JSR के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के कानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के जिम्मेदार हैं।” वहीं, ओवैसी की पार्टी के नेता वारिस पठान ने कहा कि अदालत, कानून ,संविधान की हत्या है। उत्तर प्रदेश में कोर्ट कचहरी सब बंद कर देना चाहिए।
ये कानून की भी हत्या है – कपिल सिब्बल
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, ‘मुझे तो कोई चौंकाने वाली बात नहीं लगती, अतीक ने भी कहा था कि उसकी जान को खतरा है। ये कानून की भी हत्या है। पुलिस को सुरक्षा करनी चाहिए थी। इतनी बड़ी चूक कैसे हुई, न्यायिक जांच आयोग इस बात का पता लगाएगी।’ इसके अलावा इस मर्डर पर यूपी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा, ‘जब अपराध की पराकाष्ठा होती है, तब कुछ फैसले आसमान से होते हैं। ये एक आसमानी फैसला है, जिसे सभी को स्वीकार कर लेना चाहिए।’