मेयर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने आज जिला अस्पताल में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत किया और प्रचार गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 10 अगस्त से 2 सितंबर तक जिले में इस अभियान को चलाया जाएगा। तकरीबन 3.5 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को घर-घर जाकर फाइलेरिया की दवा लोगों को खिलाने का लक्ष्य दिया गया है। फाइलेरिया बीमारी को आम बोलचाल की भाषा में हाथी पांव की बीमारी भी कहा जाता है। इस बीमारी के रोकथाम के लिए प्रतिवर्ष फाइलेरिया की दवा खानी होती है, जोकि 5 सालों तक निरंतर खाने से फाइलेरिया की बीमारी से बच सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष कुमार दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 10 अगस्त से 2 सितंबर तक फाइलेरिया रोकथाम के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए सैकड़ो की संख्या में हजारों की संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया गया है जो लोगों के घर-घर जाकर फाइलेरिया की दवा खिलाएंगे उन्होंने बताया कि पूरे जिले में 46 लाख लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
गोरखपुर गुणा नंद ध्यानी