मंत्री सुबोध उनियाल ने ’’अन्तर्राष्ट्रीय मशरूम महोत्सव: खुम्ब हर द्वार’’ का दीप प्रज्ज्वलित कर किया शुभारम्भ।

19 Oct, 2021
Head office
Share on :

हरिद्वार (देशहित न्यूज़ डेस्क) : मंत्री ने ’’अन्तर्राष्ट्रीय मशरूम महोत्सव: खुम्ब हर द्वार’’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज उत्तराखण्ड में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय मशरूम महोत्सव का आयोजन हो रहा है। इस कार्यक्रम में न्यूजीलैण्ड, जापान, मलेशिया, थाईलैण्ड के मशरूम विशेषज्ञ वर्चुअल रूप में जुडे़गे। उन्हांेने कहा कि जमीन आज निरन्तर कम होती जा रही है, इसलिए कम जमीन पर अधिक उत्पादन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों से निरन्तर पलायन हो रहा है, हमें स्वरोजगार की सम्भावनाओं को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि मशरूम के क्षेत्र का विस्तार करके पलायन को रोका जा सकता है, जिससे हमारी सीमायें भी सुरक्षित रहेंगी तथा लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा।  उन्होंने कहा कि किसान की आय को दोगुना करने की जो भी सम्भावनाएं हैं, उन्हें हमें धरातल पर उतारना होगा। उन्होंने कहा कि मशरूम के लिए पर्वतीय क्षेत्र की जलवायु बहुत अच्छी है। इसलिए पर्वतीय क्षेत्रों में मशरूम के उत्पादन को बढ़ाने के लिए हमें हर सम्भव प्रयास करने होंगे।
मंत्री जी ने कहा कि हमें मशरूम उत्पादन के साथ-साथ उसके पैकिंग पर भी ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों को शोषण से बचाने के लिए हमें बिचौलियों को बाहर करना होगा। उन्होंने कहा कि हमने मंडी परिषद में कारपस फंड बनाया है। अब हम मंडुवा सीधे किसानों से खरीद रहे हैं, जिससे बिचौलिये बाहर हो गये हैं तथा इसका पूरा लाभ किसानों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमने हरिद्वार जनपद को मशरूम जनपद के रूप में घोषित किया है।
सुबोध उनियाल ने युवाओं का आह्वान किया कि वे रोजगार मांगने के बजाए, रोजगार देने वाले बनें। उन्होंने कहा कि अगर आप अपना काम करना शुरू कर देंगे, तो नौकरी से भी अच्छी आय प्राप्त हो सकती है। उन्होंने कहा कि आज कलक्टिव फार्मिंग की आवश्यकता है तथा कलस्टर अवधारणा को भी हमें मजबूत करना है।

सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखण्ड को मशरूम उत्पादन में पहले नम्बर पर लाना है।  इसमें सरकार का पूरा सहयोग रहेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी लक्ष्य ऐसा नहीं है, जो इंसान की हिम्मत से बड़ा हो। उन्होंने कहा कि हम उत्तराखण्ड के मशरूम को दुनिया भर में स्थापित करेंगे, जिसमें मशरूम ग्रोव तथा उद्यान विभाग की महत्वपूर्णं भूमिका होगी।

सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डॉ0 आर0 मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि उद्यान विभाग ने बहुत ही कम समय में पहले एप्पल महोत्सव का आयोजन किया एवं अब मशरूम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश की कृषि क्षेत्र की यात्रा को जब हम देखते हैं, तो हमारे लिए पहले फूड सिक्योरिटी एक चुनौती थी। पहले हमारा ध्यान गेंहू एवं चावल उत्पादन तक ही सीमित था। आज देश में कहीं भी भुखमरी नहीं है, आज फूड सिक्योरिटी नहीं बल्कि फूड न्यूट्रीशियन के बारे में सोचने की आवश्यकता है। मशरूम इसमें से एक है। कुछ मशरूम औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। उन्होंने कहा कि मशरूम की रेंज बहुत बड़ी है।

इस अवसर पर अपर सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डॉ0 राम विलास यादव ने मशरूम उत्पादन में देहरादून की दिव्या रावत का उल्लेख करते हुए कहा कि वह इस क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार, पलायन को रोकने, कृषक की आय को दोगुना करने आदि में मशरूम उत्पादन का बहुत बड़ा योगदान हो सकता है।

मशरूम ग्रोवर एसोसिएशन के मनमोहन भारद्वाज ने बताया कि मशरूम उत्पादन का कार्य बहुत कम पूंजी एवं छोटे स्तर पर भी शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जनपद हरिद्वार में ‘‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’’ के अंतर्गत मशरूम उत्पादन की अपार सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि मशरूम एक ऐसा प्रोडक्ट है जो आय का काफी अच्छा स्रोत है। उन्होंने बताया कि बुग्गावाला में हमारा मशरूम प्लांट काफी अच्छा चल रहा है। हमने 2015 में उत्तर भारत में सबसे बड़ा पॉली हाउस स्थापित किया था। हमारे मशरूम की खपत डोमिनोज आदि कम्पनियों में काफी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि हमने ग्रोवर एसोसिएशन बनाया है, जिसके तहत हम उत्तराखण्ड के प्रत्येक जनपद से 10-12 लोगों को बुग्गावाला मशरूम प्लांट में प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के लिए मशरूम उत्पादन से बढ़िया और कोई उत्पाद नहीं है।
ग्रोवर एसोसिएशन के श्री हिरेशा वर्मा ने कहा कि मुझे पहले मशरूम के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं थी। मैंने मात्र 200 रूपये में मशरूम उत्पादन शुरू किया था, आज हमारा प्लांट 2000 टन मशरूम उत्पादन कर रहा है। मैंने शुरूआत बटन मशरूम से की थी। आज हम औषधि मशरूम का भी उल्पादन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सूरज के बाद विटामिन डी का सर्वोत्तम स्रोत मशरूम ही है।

इस अवसर पर मंत्री ने ममता रावत मशरूम ग्रोवर, विशेश्वर एग्रो प्रोडक्ट, वेल्किया फूड नेचर वेक्टोवा,  कृषिवन प्रा0लि0 देहरादून, हॉन एग्रोकेयर, एलीनोट आर्गेनिक देहरादून, नेचर ग्रीन्स, किर्लोस्कर, फाल्कन गार्डन टूल्स आदि के स्टालों का भी बहुत बारीकी से निरीक्षण किया।
ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय परिसर पहुंचने पर मंत्री जी का पुष्पगुच्छ भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
इस मौके पर निदेशक बागवानी मिशन संजय श्रीवास्तव, अपर निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंकरण डॉ0 जगदीश चन्द्र केम, संयुक्त निदेशक डॉक्टर रतन कुमार, संयुक्त निदेशक डॉक्टर हरीश चंद्र तिवारी, मुख्य उद्यान अधिकारी हरिद्वार नरेन्द्र यादव सहित उद्यान विभाग के  अधिकारीगण, मशरूम ग्रोवर आदि उपस्थित थे।

News
More stories
भारत सरकार ने सरकारी प्रतिभूति 2023 से लेकर प्रतिभूति 2050 तक की बिक्री पुनर्निर्गम करने की घोषणा की