नई दिल्ली: तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से अब तक 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 72,000 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। 6 फरवरी को तुर्की और सीरिया में आए भूकंप ने सब कुछ तहस- नहस कर दिया है। इतनी बड़ी तबाही के बीच कुछ ऐसे मामले सामने आए, जिन्हें लोग चमत्कार मान रहे हैं।
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हाटे के दक्षिणी प्रांत में एक इमारत के मलबे के नीचे दब हुए थे नवजात और मां
मिली जानकारी के मुताबिक, तुर्की में 90 घंटे बाद बचावकर्मियों ने मलबे के नीचे से 10 दिन के बच्चे और उसकी मां को जिंदा निकाला है। नवजात और उसकी मां हाटे के दक्षिणी प्रांत में एक इमारत के मलबे के नीचे दब गए थे। जिन्हें 90 घंटे बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। रेस्क्यू में जुटी टीम के एक सदस्य को जब मलबे के नीचे मां और उसके बेटे की जानकारी मिली तो वो दोनों के पास पहुंचा और काफी सावधानी से दोनों को बाहर निकाला गया। 10 दिन के नवजात का नामकरण भी हो चुका है। लोग उसे यागिज़ उल्स नाम के पुकारते दिखे।
101 घंटे के बाद परिवार के छह सदस्यों को निकाला सुरक्षित
तुर्की और सीरिया में नवजातों, बच्चों, महिलाओं समेत कई लोगों को मलबे से जिंदा निकाला जा चुका है। बचावकर्मियों के अनुसार, मलबे के नीचे फंसे 101 घंटे बिताने के बाद हटे प्रांत में स्थित इस्केंडरुन में एक गिरी हुई इमारत से छह लोगों को निकाला गया। एक परिवार के सभी छह सदस्य भूकंप के बाद बिल्डिंग गिरने से छोटी सी जगह में फंस गए थे। काफी मशक्कत के बाद भी वे वहां से निकल नहीं पा रहे थे, लेकिन बचाव दल ने परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया।
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